उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बहुमत से विधायकों और सांसदों को दूर करने के बाद शिवसेना के एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट ने अब पार्टी के 'धनुष (Bow) और तीर (Arrow)' के चुनाव चिह्न (Election Symbol) पर नियंत्रण करने के लिए चुनाव आयोग (Election Commission) का रुख किया है. चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में शिंदे गुट ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर द्वारा अपने गुट के नेताओं को शिवसेना संसदीय दल के नेता के रूप में स्वीकार करने का हवाला देते हुए विधायक दल का असली शिवसेना होने का दावा किया है. शिंदे और लगभग 40 अन्य विधायकों ने जून में ठाकरे के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिससे महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी. इसके बाद, शिंदे ने 30 जून को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जिसमें बीजेपी ने बाहरी समर्थन दिया.
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उन्हें महाराष्ट्र में शिवसेना के 55 में से कम से कम 40 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. पार्टी के 18 में से करीब एक दर्जन सांसद भी उनका समर्थन करते हैं. मंगलवार को शिंदे ने राहुल शेवाले को लोकसभा में पार्टी के फ्लोर लीडर और भावना गवली को मुख्य सचेतक के रूप में नामित करने की घोषणा की. लोकसभा अध्यक्ष ने संसद के निचले सदन में शेवाले को शिवसेना के नेता के रूप में मान्यता प्रदान की. चुनाव चिह्न पर दावा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग को स्थानीय निकायों के चुनावों को दो सप्ताह के भीतर अधिसूचित करने का निर्देश दिया है.