सीतलकुची में चौथे चरण के मतदान के दौरान केंद्रीय बलों की फायरिंग में मारे गए चार लोगों की लाशों पर राजनीति के मंसूबे सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भारी पड़ सकते हैं. लाशों पर राजनीति करने के उकसावेपूर्ण कथित ऑडियो टेप के सामने आने के बाद मंगलवार को केंद्रीय चुनाव आयोग ने बंगाल के निर्वाचन आयोग से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है. इस कथित ऑडियो टेप में ममता बनर्जी सीतलकुची के टीएमसी प्रदेश अध्यक्ष औऱ प्रत्याशी पार्था प्रतिम रॉय से लाशों को नहीं उठने देने औऱ जिले के एसपी को फंसाने की बात कहती सुनाई पड़ रही हैं. इसी ऑडिय़ो टेप को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने विगत दिनों केंद्रीय चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा था.
गौरतलब है कि कूचबिहार जिले के सीतलकुची में केंद्रीय बलों के जवानों द्वारा गत 10 अप्रैल को चौथे चरण के मतदान के दौरान फायरिंग में चार लोगों की मौत से संबंधित वीडियो बीजेपी के नेता व केंद्रीय सह प्रभारी अरविंद मालवीय ने जारी किया थी. इसके बाद राजनीति तेज हो गई थी. टीएमसी ने जहां इससे इंकार करने के बजाय मोदी सरकार पर मोबाइल टैप करने का आरोप लगाया था, वहीं बीजेपी ने ममता बनर्जी पर लाशों की राजमीति का आरोप लगा तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया था.
ज्ञात हो कि इसके बाद वीडियो भी जारी कर अरविंद मेनन ने दावा किया कि आठ अप्रैल को ममता बनर्जी द्वारा दिए गए भाषण घटना के लिए जिम्मेदार है. इस वीडियो में दिखा रहा है कि लाठी-डंडे लेकर जवानों पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं. इसमें कुछ पुलिसकर्मी भी नजर आ रहे हैं जो भीड़ को हटाने के उन्हें खड़ा खड़ा तमाशा देख रहे हैं और उल्टे भीड़ में लाठी-डंडे लेकर खड़े लोग ही पुलिसकर्मियों को डांट रहे हैं. वीडियो में गोली चलने की आवाज और खून से लथपथ हालत में पड़े हुए लोगों को भी देखा जा सकता है. गोली चलने के बाद भी लोग अपनी जगह से नहीं हटे हैं और मतदान केंद्र के अंदर घुस कर तोड़फोड़ कर रहे हैं. यहां तक कि पीठासीन अधिकारियों को भी मारा पीटा गया है. बाद में पुलिस और सेंट्रल फोर्स के जवानों ने अधिकारियों को सुरक्षित बाहर निकाला है.
HIGHLIGHTS
- ममता बनर्जी के ऑडियो टेप पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट
- ऑडियो टेप में दीदी एसपी को फंसाने की बात कर राजनीति को कर रहीं प्रेरित
- बीजेपी इस ऑडियो टेप को लेकर है ममता बनर्जी पर हमलावर