पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को बीते बुधवार को एक चुनावी रैली में जाते समय लगी 'आकस्मिक' चोट के मद्देनजर चुनाव आयोग (Election Commission) ने उनके सुरक्षा प्रभारी विवेक सहाय को हटा दिया और तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. सहाय, निदेशक (सुरक्षा) थे, जो ममता बनर्जी की सुरक्षा के शीर्ष प्रभारी थे. आयोग ने दिन में अपनी बैठक में यह निर्णय लिया. इसी बैठक में केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने ममता दीदी पर कथित हमले की रिपोर्ट्स के निष्कर्ष के आधार पर यह निर्णय लिया था कि नंदीग्राम (Nandigram) में दीदी को लगी चोट महज हादसा था, हमला नहीं.
सुरक्षा प्रोटोकॉल पालन करवाने में विफल
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट और विशेष जनरल ऑब्जर्वर अजय नायक और विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे द्वारा प्रस्तुत संयुक्त रिपोर्ट पर चर्चा करने के बाद, आयोग ने पाया कि सहाय सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करवाने में विफल रहे. चुनाव आयोग ने फैसला किया कि एसपी प्रवीण प्रकाश को भी तुरंत निलंबित कर दिया जाएगा और व्यवस्था की बड़ी विफलता के लिए उन पर मामले दर्ज किए जाएं. सुनील कुमार यादव को एसपी पूर्वी मिदनापुर के पद पर तैनात किया गया है. गौरतलब है कि बंगाल के डीजीपी को हटाए जाने के एक दिन बाद ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर नंदीग्राम में कथित हमला हुआ था.
मुख्य सचिव करेंगे नंदीग्राम मामले की जांच
आयोग ने यह भी निर्णय लिया कि मुख्य सचिव नंदीग्राम मामले की जांच पूरी करेंगे और अगले 15 दिनों में कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में रिपोर्ट 31 मार्च, 2021 तक आयोग को भेजी जाएगी. इसके अलावा, आयोग ने पंजाब के पूर्व डीजीपी (इंटेलिजेंस), अनिल कुमार शर्मा को भी पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए दूसरा विशेष पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. गौरतलब है कि ममता बनर्जी पर कथित हमले के हफ्ते भर बाद भी इस पर सियासत बंद होने का नाम नहीं ले रही है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस तो पहले दिन से ही इसे नाटक करार दे रही है.
HIGHLIGHTS
- केंद्रीय चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के सुरक्षा प्रभारी को निलंबित किया
- आयोग ने माना विवेक सहाय सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं करा सके
- सूबे मुख्य सचिव को नंदीग्राम मामले की जांच सौंप 31 तक रिपोर्ट मांगी