भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission) त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में सरकारों के गठन के साथ 2023 के राज्य चुनाव सीजन के पहले चरण के समापन के बाद बुधवार को सुबह 11:30 बजे कर्नाटक विधानसभा चुनावों (Karnataka Assembly Elections 2023) के कार्यक्रम की घोषणा करेगा. भारतीय जनता पार्टी (BJP) कर्नाटक में सत्ता बरकरार रखने की उम्मीद कर रही है जहां वह मई 2018 के विधानसभा चुनावों में 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थीं. यह 224 सदस्यीय विधानसभा में साधारण बहुमत (Majority) से नौ सीटें कम हैं, जहां एक अतिरिक्त सदस्य मनोनीत किया जाता है.
कांग्रेस ने जद-एस के साथ बनाई थी गठबंधन सरकार
2018 विधानसभा चुनाव में 78 सीट जीतने वाली कांग्रेस ने बाद में हुए उप-चुनावों में दो और सीटें जीती थीं. कांग्रेस के साथ 37 सीटों के साथ जनता दल (सेक्युलर) ने भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए सरकार बनाने का गठबंधन किया. हालांकि जून 2020 में विधानसभा में विश्वास मत हारने के बाद गठबंधन सरकार गिर गई. कांग्रेस और जद (एस) के विधायकों के इस्तीफे की एक श्रृंखला ने दो पूर्व प्रतिद्वंद्वियों के बीच 15 महीने पुरानी गठबंधन सरकार को अल्पमत में ला दिया और भाजपा के सत्ता में आने के लिए वापसी को प्रशस्त किया.
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कर्नाटक समेत पांच राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव
इस साल की शुरुआत में त्रिपुरा में बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में वापसी की, तो नागालैंड और मेघालय में क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन सरकार बना सत्ता में लौटी. तीन पूर्वोत्तर राज्यों में चुनावों ने 2023 में एक हंगामाखेज विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की शुरुआत की. इस साल कर्नाटक के अलावा पांच अन्य राज्यों में विधानसभा इस साल चुनाव होने वाले हैं. जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव होने की संभावना है. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक इन विधानसभा चुनाव परिणामों से 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए टोन सेट होने की उम्मीद है.
HIGHLIGHTS
- 2023 के विधानसभा चुनाव सेट करेंगे 2024 लोकसभा चुनाव का टोन
- त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में बीजेपी कर चुकी है सत्ता में वापसी
- चुनाव आयोग आज घोषित करने जा रहा कर्नाटक चुनाव की तारीख