कोरोना महामारी के बीच साल 2021 में तमिलनाडु, केरल, बंगाल, असम, समेत कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव के मद्देनजर कुछ दलों ने चुनाव आयोग से सिफारिश की है कि मतदान के घंटे बढ़ाए जाएं. चुनाव आयोग ने सभी दलों की सिफारिश को मानते हुए चुनाव के समय को एक घंटे तक बढ़ाने का फैसला लिया है. चुनाव आयोग ने फैसला किया है कि अब से आगे होने वाले चुनाव में मतदान का वक्त तय सीमा से एक घंटा ज्यादा होगा. मतदाता की सहुलियत को ध्यान में रखते हुए और सियासी दलों की सिफारिश पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है. इसकी जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दी.
पांच राज्यों में होगा विधानसभा चुनाव
दरअसल, देश के पांच राज्यों में अप्रैल में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर निर्वाचन अयोग ने कसरत शुरू कर दी है. असम और पश्चिम बंगाल के बाद अब चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारियों की टीम बुधवार को छह दिवसीय दौरे पर तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल पहुंची, जहां विधानसभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लिया. इतना ही नहीं चुनाव आयोग की टीम राजनीतिक दलों के साथ भी चर्चा की.
दक्षिण भारत के दौरे पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और चुनाव आयुक्त सुशील चन्द्रा और राजीव कुमार 10 और 11 फरवरी को तमिलनाडु में थे, जबकि12 फरवरी को ये लोग पुडुचेरी में रहेंगे, वहीं, 13 और 14 फरवरी को केरल पहुंच कर वहां के चुनाव और प्रशासनिक अधिकारियों से बात करके चुनावी तैयारियों का जायजा लेंगे. बता दें कि चुनाव आयोग सामान्य तौर पर चुनावी कार्यक्रम की घोषणा से पहले राज्यों का दौरा करता है.
अप्रैल में चुनाव होने की संभावना है
बता दें कि असम, बंगाल, तमिलनाडु, केरल और केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की विधानसभाओं का कार्यकाल मई से जून के बीच में समाप्त होने वाला है. ऐसे में इन सभी जगहों पर अप्रैल में चुनाव होने की संभावना है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त अपने दोनों साथी आयुक्तों और अन्य आला अधिकारियों के साथ दक्षिण भारत के इन तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव कराने की दिशा में फाइल खाका खींचेंगे.
HIGHLIGHTS
- चुनाव आयोग का फैसला
- आगामी विधानसभा चुनावों में बढ़ाया जाएगा मतदान का समय
- तय सीमा से एक घंटा बढ़ाया जाएगा वक्त
Source : News Nation Bureau