एल्गार परिषद-भीमा कोरेगांव मामले में पुणे पुलिस ने मंगलवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हनी बाबू के घर पर छापेमारी की. पुलिस ने ये छापेमारी उनके नोएडा स्थित घर पर की. इस छापेमारी के दौरान उनके घर से बरामद हुई कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव को जब्त कर लिया गया है. हालांकि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. ये छापेमारी प्रोफेसर बाबू के कथित माओवादी संपर्कों को लेकर की गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबित हनी बाबू ने अर्बन नक्सल मामले में गिरफ्तार रोना विल्सन के साथ ही पढ़ाई की है. वहीं इस मामले पर बात करते हुए पुलिस ने बताया कि किसी भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. एल्गार परिषद मामले में नोएडा स्थित प्रोफेसर बाबू के घर में तलाशी ली गई है. पुलिस ने मौके से कुछ सामान भी सीज की है.
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प्रोफेसर हनी बाबू ने क्या कहा?
वहीं इस मामले में हनी बाबू का बयान भी सामने आया है. खबरों के मुताबिक, उन्होंने कहा, 8 से 10 पुलिस कर्मी उनके घर आए औरउनके घर की तलाशी लेने लगे. हनी बाबू ने बताया कि तलाशी के लिए पुलिस के पास सर्च वॉरंट भी नहीं था. वह कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव भी ले गए जिसे बाद में वापस करने की बात कही.