देश में कुल 1.04 लाख करोड़ की अचल शत्रु संपत्ति है। इस बात की जानकारी सरकार ने लोकसभा में दी। गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने सदन में बताया,' देश में 9 हजार 280 शत्रु संपत्तियों की कीमत एक लाख करोड़ से ज्यादा है। यह संपत्ति 11,773 एकड़ में फैली है।'
बता दें कि शत्रु संपत्ति शब्द का संबंध ऐसी संपत्तियों से है, जिसके मालिक का संबंध शत्रु देश, उसके नागरिक या फिर शत्रु से किसी भी प्रकार से है। सरकार ने बताया कि ऐसी संपत्ति को केंद्र सरकार का भारतीय शत्रु संपत्ति विभाग देश की संपत्ति मानकर कब्जा कर लेगा।
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भारत-पाकिस्तान की 1965 की लड़ाई के बाद 1968 में शत्रु संपत्ति कानून पेश किया गया था, जो ऐसी संपत्ति की जानकारी रखता है और सूची बनाता है। संसद ने हाल ही में शत्रु संपत्ति कानून में संसोधन किया है। जिसके बाद पाकिस्तान और चीन पलायन कर गए लोगों की संपत्ति पर उत्तराधिकार के दावों को रोकने के प्रावधान किए गए हैं।
कहां कहां है शत्रु संपत्ति
इस कानून के पारित होने के बाद लखनऊ में करीब 7 हजार करोड़ से ज्यादा की शत्रु संपत्तियां हैं। जिस पर केंद्र सरकार का अधिकार हो जाएगा। इसमें सबसे ज्यादा संपत्ति राजा महमूदाबाद की है।
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इसके अलावा लखीमपुर खीरी, सीतापुर और लखनऊ में शत्रु संपत्ति की कीमत एक हजार करोड़ रुपयों से अधिक की बताई जा रही है। इसके अलावा भोपाल के नवाब की जायदाद पर सरकारी कब्जा हो सकता है। इस कानून के लागू होने के बाद सैफ अली खान को भी अपनी पुश्तैनी जायदाद से हाथ धोना पड़ सकता है क्योंकि उनके कुछ पूर्वज बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए थे।
HIGHLIGHTS
- भारत में 11,773 एकड़ फैली 9 हजार 280 शत्रु संपत्तियां है
- इनकी कीमत 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जाती है
- लखनऊ में करीब 7 हजार करोड़ से ज्यादा की शत्रु संपत्तियां
Source : News Nation Bureau