प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग (National Herald money laundering case) मामले में आज दिल्ली और अन्य स्थानों पर छापेमारी की. टीम ने दिल्ली स्थित National Herald के दफ्तर पर छापेमारी की है. ऐसा कहा जा रहा है कि ईडी के आफिस में छानबीन जारी है. ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में हाल ही में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया था. ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में हाल ही में सोनिया गांधी से पूछताछ की थी. इतना ही नहीं इससे पहले राहुल गांधी से भी मामले में पूछताछ हो चुकी है. इसको लेकर कांग्रेस ने ईडी कार्रवाई के विरुद्ध देशभर में सत्याग्रह चलाया था.
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
नेशनल हेराल्ड मामले में आरोप है कि नेशनल हेराल्ड, AJL (एसोसिएटिड जर्नल लिमिटिड) और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटिड के बीच वित्तीय गड़बड़ियां हुईं हैं. नेशनल हेराल्ड एक अखबार था, जिसे जवाहर लाल नेहरू ने 500 स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर आरंभ किया था. इसमें ब्रिटिश के अत्याचारों के बारे में लिखा जाता था.
वहीं Associated Journals Limited एक पब्लिशर की भूमिका में था. इसका जन्म 20 नवंबर 1937 को हुआ. उस समय ये तीन अखबारों को प्रकाशित करता था. इसमें नेशनल हेराल्ड (इंग्लिश), नवजीवन (हिंदी) एंड क़ौमी आवाज़ (उर्दू) शामिल था. 1960 में AJL को वित्तीय समस्या का सामना करना पड़ा. इसपर कांग्रेस पार्टी मदद के लिए आगे आई और AJL को बिना ब्याज वाला लोन दिया. अप्रैल 2008 में AJL ने अखबरों के प्रकाशन को रोक दिया. इसके बाद 2010 में पता चला कि AJL को कांग्रेस पार्टी का 90.21 करोड़ रुपये का कर्ज चुकना है.
इस दौरान 2010 में 23 नवंबर को Young Indian Private Limited के नाम से एक नई कंपनी बनाई जाती है. इसके दो पार्टनर थे. पहला सुमन दुबे और दूसरे सैम पित्रोदा. इस कंपनी गैर लाभकारी कंपनी बताकर पंजीकृत कराया गया था. इसके बाद अगले माह दिसंबर की 13 तारीख को राहुल गांधी इस कंपनी के डायरेक्टर बने. इसके बाद AICC ने AJL के सभी कर्ज को यंग इंडियन को ट्रांसफर करने पर सहमति जताई.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली और अन्य स्थानों पर कई स्थानों पर छापेमारी की
- सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया था
- ईडी कार्रवाई के विरुद्ध कांग्रेस ने देशभर में सत्याग्रह चलाया था.