प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मानवाधिकार निगरानी संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के खिलाफ विदेशी मुद्रा विनिमय के धोखाधड़ी के एक मामले में गुरूवार को नई दिल्ली में दो ठिकानों पर तलाशी ली. अधिकारियों ने कहा कि विदेश मुद्रा विनिमय प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत केंद्रीय जांच एजेंसी दस्तावेजों की तलाश कर रही है.
उन्होंने कहा कि ईडी विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम (एफसीआरए) के धन से संबंधित एनजीओ के खातों की केंद्रीय गृह मंत्रालय की पहले से चल रही जांच के संदर्भ में FEMA के संभावित और कथित उल्लंघन की पड़ताल कर रही है.
ईडी ने कुछ समय पहले पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था ग्रीनपीस और उससे जुड़़ी संस्था के दर्जन भर से अधिक खाते फ्रीज किये थे. इससे पहले विदेशी मुद्रा विनिमय के कथित उल्लंघन के आरोपों में इन संस्थाओं के बेंगलूरू स्थित परिसरों पर तलाशी ली गयी थी.
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि राघव बहल, ग्रीनपीस के बाद अप अमनेस्टी इंटरनेशनल. मोदी सरकार आईटी, ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल अपने आलोचकों को परेशान करने के लिए कर रही है. उन्होंने आगे लिखा कि हमने भारत में संस्थाओं का इससे ज्यादा दुरुपयोग नहीं देखा.
और पढ़ें- सीबीआई रिश्वतकांड: पद से नहीं हटाए गए अस्थाना-वर्मा, CVC जांच तक काम देखेंगे एम नागेश्वर राव
बता दें कि अमनेस्टी इंटरनेशनल दो साल से पहले विदेशी फंडिंग में नियमों की अनदेखी मामले में ईडी के निशाने पर था।
Source : News Nation Bureau