तुर्की और सीरिया में दो विनाशकारी भूकंपों के मद्देनजर दस यूरोपीय सदस्य देशों से खोज और बचाव दलों को भेजा गया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार यूरोपीय आयोग ने सोमवार को कहा कि बुल्गारिया, क्रोएशिया, चेक गणराज्य, फ्रांस, ग्रीस, हंगरी, इटली, नीदरलैंड, पोलैंड और रोमानिया की टीमों को भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है।
यूरोपीय संघ के संकट प्रबंधन आयुक्त जेनेज लेनार्सिक ने कहा, अभी बहुत लोग मलबे के नीचे फंसे हुए हैं, जब तक आवश्यक होगा, बचाव दल काम करना जारी रखेगा।
अन्य यूरोपीय देशों ने रसद, भूकंपीय विशेषज्ञता और उपकरणों के साथ-साथ आपदा से विस्थापित हुए लोगों को आश्रय देने में मदद की पेशकश की है।
यूरोपीय संघ के नेताओं ने भूकंप से प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि फ्रांस पीड़ितों को आपातकालीन सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।
इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने कहा कि वह तुर्की और सीरिया में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही हैं। उन्होंने प्रभावितों के साथ एकजुटता व्यक्त की।
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा कि जर्मनी इस त्रासदी में मारे गए लोगों के प्रति शोक शंतप्त है।
ग्रीस के प्रधान मंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस ने कहा कि त्रासदी बहुत हृदयविदारक है।
भारत और अमेरिका ने भी अपनी सहानुभूति और समर्थन व्यक्त किया है और मदद भेजने की पेशकश की है।
इटली और ग्रीस दोनों ने भूकंप के कारण होने वाली संभावित सूनामी की आशंका से एहतियात के तौर पर कुछ तटीय क्षेत्रों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS