पाकिस्तान की एंबेसी में काम करने वाले ISI एजेंट आबिद और ताहिर को करोलबाग में गिरफ्तार किया गया. जब इन दोनों की गिरफ्तारी हुई तब उनके पास से देश के क्लासीफाइड सीक्रेट डॉक्युमेंट्स बरामद किए गए. आपको बता दें कि पकड़े गए डॉक्युमेंट्स सेना के मूवमेंट्स और डिप्लॉयमेंट से सम्बंधित थे. आबिद और ताहिर पाकिस्तान में बैठे ISI के मेंटर के इशारे पर इंडियन रेलवे और इंडीयन आर्म्ड फोर्सेस में पैसे के दम पर घुसपैठ करने की फिराक में थे. जब आबिद और ताहिर को एजेंसियों ने मौके से गिरफ्तार किया तो प्लान के तहत ड्राइवर के तौर पर काम कर रहे ISI एजेंटों ने भागने की कोशिश की जिसमें पाकिस्तान एम्बेसी की गाड़ी के शीशे भी टूट गए. काफी मुश्किलों के बाद जावेद को पकड़ा गया.
रविवार को भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के दो अधिकारियों को जासूसी के आरोप में पकड़ा. इसके बाद दोनों को पर्सोना-नॉन ग्रेटा घोषित कर दिया गया और देश छोड़ने का आदेश दे दिया. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारत के द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत बताया है और कहा है कि वह इसकी निंदा करते हैं. इसके अलावा पाकिस्तान का आरोप है कि भारत की ओर से वियना संधि का उल्लंघन किया गया है, जो कि द्विपक्षीय रिश्तों में खलल डाल सकता है.
कुछ भारतीय कर्मचारी भी एजेंसियों के राडार पर
जासूस मामले में भारतीय रेलवे के कुछ कर्मचारी भी आर्मी इंटेलीजेंस, आईबी और स्पेशल सेल के रडार पर आ गए हैं. इनमें से कुछ कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है ताकि पता चल सके कि इन कर्मचारियों से क्या जानकारी या डॉक्यूमेंटस लिए गए थे. इसके साथ ही इनकी मुलाकात कब हुई थी इसकी भी जानकारी ली जाएगी. आशंका है कि रेलवे के ये कर्मचारी मूवमेंट डिपार्टमेंट से जुड़े हो सकते हैं. ये डिपार्टमेंट सेना की यूनिट को ट्रेन से एक जगह से दूसरी जगह भेजने का काम करता है.
यह भी पढ़ें-पाकिस्तान: बलूचिस्तान में लोगों पर जारी है सरकार का जुल्मो सितम, महिला की हत्या से आक्रोश
भारत ने पाक को दी चेतावनी
भारत इस मामले में पाकिस्तान को छोड़ने के मूड में दिखाई नहीं दे रहा है. भारत ने पाकिस्तान के उप राजदूत को एक आपत्तिपत्र भी जारी किया गया है. इसमें साफ कहा गया कि पाकिस्तान के राजनयिक मिशन का कोई भी सदस्य भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त न हो और अपनी स्थिति से असंगत व्यवहार न करे.
यह भी पढ़ें-भारत-चीन का टकराव जमीनी स्तर पर कम, आभासी दुनिया में ज्यादा
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए करते थे काम
भारतीय खुफिया एजेंसियों की इन पर काफी समय से नजर थी. दोनों को दिल्ली के करोल बाग इलाके से गिरफ्तार किया गया. इनकी पहचान आबिद हुसैन और ताहिर हुसैन के रूप में हुई है. दोनों पाक उच्चायोग के वीजा सेक्शन में काम करते थे. दोनों भारतीय सेना के अधिकारियों की जासूसी कर उनकी रिपोर्ट आईएसआई को देते थे.