पेगासस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट टेक्निकल एक्सपर्ट की कमेटी का गठन करेगा. हालांकि अभी एक्सपर्ट के नाम तय नहीं हुए है. लिहाजा इस बारे में औपचारिक आदेश अगले हफ्ते ही आ पायेगा. CJI एन वी रमना ने ओपन कोर्ट में सीनियर एडवोकेट सी यू सिंह को इसकी जानकारी दी. CJI का कहना है कि वो कमिटी बनाना चाहते हैं लेकिन कुछ एक्सपर्ट ने निजी कारणों से कमिटी में शामिल होने में असमर्थता जताई है. इस कारण आदेश जारी करने में विलंब हो रहा है. हालांकि अगर ऐसा ही आदेश आता है तो ये निश्चित तौर पर सरकार के लिए झटका होगा क्योंकि सरकार अपनी ओर से कमेटी के गठन के बात कर रही थी.
यह भी पढ़ेंः नरेंद्र गिरिः जमीन पर मिला शव, चल रहा था पंखा, सामने आया नया वीडियो
अगर कोर्ट ख़ुद कमेटी तय करता है, सदस्यों के नाम चुनता है तो ये सरकार की दलीलों से एक तरह से असहमति ही होगी. चीफ जस्टिस एनवी. रमना ने अदालत में वकील सीयू सिंह को कहा कि सुप्रीम कोर्ट इसी हफ्ते पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन करना चाहती है. जिन लोगों को इस कमेटी में शामिल किया जाना है, उनमें से कुछ ने शामिल होने से इनकार किया है.
यह भी पढ़ेंः दिग्विजय सिंह बोले - खतरा हिंदू-मुसलमान को नहीं मोदी और ओवैसी को है
कथित तौर पर 300 से ज्यादा हस्तियों का फोन हैक करने का दावा
बता दें कि इजरायली कंपनी एनएसओ के पेगासस सॉफ्टवेयर से भारत में कथित तौर पर 300 से ज्यादा हस्तियों के फोन हैक किए गए हैं. दावा किया जा रहा है कि जिन लोगों के फोन टैप किए गए उनमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह पटेल, पूर्व निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर सहित कई पत्रकार भी शामिल हैं.
HIGHLIGHTS
- कुछ सदस्यों ने कमेटी में शामिल होने में जताई असमर्थता
- अगले सप्ताह आ सकता है सुप्रीम कोर्ट का फैसला
- 300 से अधिक हस्तियों के कथित तौर पर फोन हैक करने का दावा