भारत-चीन सीमा पर हालात लगातार तनावपूर्ण होते जा रहे हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज शाम को एक बार फिर बड़ी बैठक की. इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे भी शामिल हुए. इससे पहले उन्होंने दिन में भी एक बैठक की थी. जिसमें सीडीएस के साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद थे.
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आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाक में चीन के साथ तनातनी लगातार बढ़ती जा रही है. भारत और चीन के बीच एलसी(लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) पर कुछ दिनों से जारी तनाव मंगलवार के दिन और बढ़ गया. दरअसल गलवान घाटी पर सोमवार को भारतीय सैनिक और चीनी सैनिक आपस में झगड़ गए.
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इस झगड़े में भारतीय सेना के एक अधिकारी समेत दो जवान शहीद हो गए. हालांकि, बीजिंग ने उलटे भारत पर घुसपैठ करने का आरोप लगाया है. एएफपी के मुताबिक, बीजिंग का आरोप है कि भारतीय सैनिकों ने बॉर्डर क्रॉर्स करके चीनी सैनिकों पर हमला किया.
चीन पर नहीं कर सकते भरोसा
एलएसी पर हुई हिंसक झड़प को लेकर पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल विक्रम सिंह ने कहा है कि झूठ बोलना चीन के डीएनए में है. चीन पर भरोसा नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मुद्दा का समाधान इतनी जल्दी नहीं होगा. जनरल सिंह ने कहा कि सेना ने एलएसी पर हर जगह सैनिकों की तैनाती कर दी है. सेना आंखों में आंखें डालकर बात कर रही है.
Source : News Nation Bureau