MEA: पूर्वोत्तर में भारत की सीमा से सटे म्यांमार में अक्सर हिंसा की खबरें आती रहती हैं. ऐसी ही खबरें एक बार फिर से आने लगी हैं. जिसके चलते वहां रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा पर भी खतरा मंडराने रहा है. जिसे लेकर भारत सरकार भी चिंतित है. इस बीच बुधवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने म्यांमार के अपने समकक्ष यू थान श्वे से दिल्ली में मुलाकात की. इस दौरान विदेश मंत्री ने म्यांमार में भारतीय सीमा के पास जारी हिंसा पर चिंता जताई. इस दौरान विदेश मंत्री ने म्यांमार के विदेश मंत्री से म्यावाडे शहर में फंसे भारतीयों को स्वदेश भेजने में सहयोग करने की मांग की.
म्यांमार के उप प्रधानमंत्री से भी मिले विदेश मंत्री
इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने म्यांमार के उप प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसे लेकर एक पोस्ट किया. जिसमें कहा कि बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने म्यांमार में चल रही भारत की परियोजनाओं को सुरक्षा प्रदान करने पर जोर दिया. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खासतौर पर भारत-म्यांमार सीमा के पास लगातार हो रही हिंसा पर चिंता व्यक्त की.
External Affairs Minister Dr S Jaishankar met Deputy PM and FM of Myanmar, U Than Shwe in Delhi today. EAM raised the issue of Indian nationals trapped in Myawaddy
On the meeting, EAM says, "Discussed our deep concern at the impact of continuing violence and instability in… pic.twitter.com/gkM5CtIZB3
— ANI (@ANI) June 26, 2024
गौरतलब है कि म्यांमार के कई इलाकों में सेना (जुंटा) और विद्रोहियों के बीच जंग चल रही है. बता दें कि म्यांमार में विद्रोहियों ने पहले से ही कई इलाकों में कब्जा कर लिया है. इसी साल अप्रैल में ही विद्रोहियों ने जुंटा के सैन्य अड्डे और म्यावाडी स्थित कमान केंद्र पर भी अपना कब्जा कर लिया.
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हर पक्ष से बात करने का जताया भरोसा
इस बैठक के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने म्यांमार के अपने समकक्ष से कहा कि, म्यांमार में हिंसा की स्थिति से निपटने के लिए हम सभी पक्षों से बातचीत करने को तैयार हैं. बैठक के बाद विदेश मंत्री ने एक्स पर लिखा, म्यांमार के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से मुलाकात की. जयशंकर ने आगे लिखा, बैठक के दौरान भारत-म्यांमार सीमा के पास बढ़ती हिंसा पर चिंता जताई गई. इस मामले में भारत सभी पक्षों के साथ बातचीत करने को तैयार है. इसके साथ ही विदेश मंत्री ने लिखा कि, म्यांमार में चल रही भारत की परियोजनाओं को सुरक्षा प्रदान करने पर जोर दिया गया. इसके अलावा साथ ही वहां फंसे भारतीयों को स्वदेश भेजने में मदद का भी अनुरोध किया गया.
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Source : News Nation Bureau