सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक (Facebook) की सार्वजनिक नीति मामलों की प्रमुख अंखी दास (Ankhi Das) ने पद से इस्तीफा दे दिया. उनके ऊपर सोशल मीडिया मंच पर नफरत फैलाने वाली टिप्पणियों पर रोक लगाने के मामले में कथित तौर पर पक्षपात बतरने के आरोप लगे थे.
9 साल तक फेसबुक से जुड़ी रहीं
फेसबुक के भारत में प्रबंध निदेशक अजीत मोहन ने ई-मेल के जरिये बयान में कहा, 'अंखी दास ने फेसबुक में अपने पद से हटने का निर्णय किया है. उन्होंने जन सेवा में अपनी रुचि के अनुसार काम करने के लिये यह कदम उठाया है. अंखी हमारे उन पुराने कर्मचारियों में शामिल हैं, जिन्होंने भारत में कंपनी को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभायी. वह पिछले नौ साल से अधिक समय से अपनी सेवा दे रही थी.'
पक्षपात के लगे थे आरोप?
अंखी दास पर नफरत फैलाने वाले पोस्ट पर कार्रवाई को लेकर पक्षपात के आरोप लगे थे. अंखी दास ने भाजपा और अन्य दक्षिण पंथी संगठनों के नफरत फैलाने वाले बयानों पर रोक लगाने से जुड़े नियमों को लागू करने का कथित रूप से विरोध किया था. उन पर ये भी आरोप लगे थे कि उन्होंने कंपनी के कर्मचारियों के फेसबुक ग्रुप पर कई साल तक भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में संदेश पोस्ट किये. उन्होंने मामला प्रकाश में आने के करीब ढाई महीने बाद पद से इस्तीफा दिया है.
बीजेपी में हो सकती हैं शामिल
अंखी दास के इस्तीफे के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो सकती हैं. कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दल दास के इस्तीफा देने के बाद से ही यह आरोप लग रहे हैं कि वह बीजेपी में शामिल हो सकती हैं. इतना ही दावा किया जा रहा है कि बीजेपी उन्हें बंगाल में अपना चेहरा बना देगी.
Source : News Nation Bureau