माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद से प्रदेश हाई अलर्ट पर है. यहां पर धारा 144 लागू हो चुकी है. यह हमला तीन हमलवरों ने किया था. तीनों ने 18 राउंड फायरिंग करके इस हत्या हो अंजाम दिया. मीडिया के भेस में पहुंचे तीन हमलावरों ने अचानक दोनों पर हमला कर दिया है. इस मर्डर के बाद उमेश पाल हत्याकांड में शहीद हुए गनर संदीप निषाद के परिजनों ने अलग प्रतिक्रिया दी है. संदीप के भाई का कहना है कि इन बदमाशों ने कइयों के घर उजाड़े हैं. कइयों के घर उजाड़े गए हैं. मां बहनों की मांग उजाड़ी है. जमीन पर कब्जा किया. ऐसा करने वाले लोगों का यही हर्ष होना चाहिए. परिजनों का कहना है कि जैसे ही हम लोग संदीप के गम मना रहे हैं.
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इसी तरह अतीक के परिवार को भी इस गम का पता चलना चाहिए. अतीक और अशरफ के हत्यारों को लेकर परिजनों का कहना है कि हो सकता है कि इनके किसी भाई बहन की हत्या अतीक के गुर्गों ने की होगी. इसका उन्होंने बदला लिया हो सकता है. मगर ईश्वर ने हम लोगों की सुन ली. इनका जो हश्र होना चाहिए, वह हो गया.
प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ का मर्डर करने वाले तीनों अपराधियों का क्रिमिनल बैकग्राउंड रहा है. ये तीनों आरोपी यूपी के अलग अलग जिलों से ताल्लुक रखते हैं. इस हत्याकांड में शामिल सनी हमीरपुर, अरुण उर्फ कालिया कासगंज और बांदा के लवलेश तिवारी के हैं. सनी सिंह के खिलाफ 15 केस दर्ज है. सनी सिंह हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बे का निवासी है. वो कुरारा पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ करीब 15 मामले दर्ज किए गए हैं. उसके भाई पिंटू ने बताया कि वो बीते 10 वर्ष से अपने नहीं गया. सनी के पिता का नाम जगत सिंह है और मां की मौत हो चुकी है.
HIGHLIGHTS
- अतीक के परिवार को भी इस गम का पता चलना चाहिए: संदीप निषाद के परिजन
- कइयों के घर उजाड़े गए हैं. मां बहनों की मांग उजाड़ी है.
- मर्डर करने वाले तीनों अपराधियों का क्रिमिनल बैकग्राउंड रहा है