दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने समाजवादी पार्टी नेता मुनव्वर सलीम के सहयोगी फरहत को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है।
क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक फरहत 1986 से ही राजनीतिक दलों से जुड़ा रहा है। 1986 में फरहत किसी सांसद का निजी सचिव बना। इसके बाद से वह चार सांसदों के साथ काम कर चुका है। 20 सालों के दौरान फरहत चार सांसदों के साथ जुड़ा रहा। इस दौरान वह आईएसआई को जानकारी भेजता रहा।
फरहत ने जिन सांसदों के साथ काम किया, उनमें से कई सांसद पार्लियामेंटरी कमेटी के सदस्य रह चुके हैं। फरहत संसद से जुड़े दस्तावेजों को चुराकर उसे 10 हजार रुपये से लेकर 1 लाख तक की रकम में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी अाईएसआई को बेचा करता था।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने 26 अक्टूबर को पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी महमूद अख्तर को गिरफ्तार किया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अख्तर की निशानदेही के आधार पर ही फरहत को गिरफ्तार किया गया है।
फरहत को दिल्ली की अदालत 10 दिनों की न्य़ायिक हिरासत में भेज चुकी है। वहीं राज्यसभा सांसद मुनव्वर सलीम ने इस मामले में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हम जांच के दौरान हर तरह का मदद करेंगे।
सलीम ने कहा कि उन्हें फरहत की हरकतों के बारे में जानकारी नहीं थी। इस बीच पाकिस्तानी जासूस महमूद अख्तर एक वीडियो में साफ-साफ फरहत का नाम लेते हुए सुना जा रहा है।