कर्नाटक में कलबुर्गी जिले के चिंचोली तालुक में एक किसान ने अपने खेत में पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। इस किसान की पहचान बिक्कु (53) के रूप में हुई है।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार बिक्कु के ऊपर बैंकों का बहुत सारा कर्ज़ था जिसे वह चुका पाने में असमर्थ था। इस मामले में चंचोली पुलिस थाने में केस दर्ज कर लिया गया है।
इससे पहले जून में, कर्नाटक सरकार ने सहकारी बैंकों से छोटे कर्ज़दार किसानों के 50,000 रुपये तक के कर्जमाफी की घोषणा की थी। कर्नाटक के कृषि मंत्री कृष्णा बायर गौड़ा ने यह भी कहा था कि राज्य सरकार ने सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से किसानों को प्रोत्साहित करने का लिये कई कार्य किये हैं।
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उन्होनें कहा कि सरकार ने किसानों की तरफ से ऊर्जा बिल जारी किया है, जो प्रति वर्ष 9000 करोड़ रुपये का है। कई अन्य राज्य किसानों से बिजली का खर्च लेते हैं, जबकि कर्नाटक में सरकार किसानों की तरफ से भुगतान करती है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक 'समर्थक किसान' राज्य है। यह देश का इकलौता ऐसा राज्य है जहां इनपुट सब्सिडी सीधे किसान के बैंक खातों में जाती है।
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Source : News Nation Bureau