केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के नेताओं को आज बातचीत के लिए बुलाया है. कृषि मंत्रालय की ओर से किसान संगठनों को सोमवार को बातचीत के लिए पत्र भेजा गया था, जो किसानों को मिल गया है. उन्हें अब 3 दिसंबर के बजाय 1 दिसंबर (आज) को किसान नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है. हालांकि सरकार का पत्र मिलने के बाद अब किसान आज सुबह 8 बजे बैठक करेंगे. इस बैठक में किसान नेता उस सरकार के आमंत्रण को लेकर आगे रणनीति तय करेंगे.
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केंद्र सरकार ने आज दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में दोपहर बाद 3 बजे बुलाई है. पिछली बार 13 नवंबर को हुई बैठक में शामिल सभी किसान नेताओं को इस बार भी आमंत्रित किया गया है. 32 किसान यूनियनों के प्रतिनिधियों को पत्र लिखकर आज चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की ओर से कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी एवं सर्दी को ध्यान में रखते हुए हमने किसान यूनियनों के नेताओं को 3 दिसंबर की बैठक से पहले ही चर्चा केलिए आने का न्यौता दिया है.
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इससे पहले 13 नवंबर को हुई बैठक बेनतीजा रही थी और केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने किसानों को तीन दिसंबर को दूसरे दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित किया था, ताकि तीन नए कृषि कानूनों से उपजी उनकी चिंताओं का निराकरण किया जा सके. उल्लेखनीय है कि पंजाब के हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर पिछले 6 दिनों से डटे हुए हैं. केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ उनका यह धरना सोमवार को छठे दिन में प्रवेश कर गया है. इन कानूनों के बारे में किसानों को आशंका है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म हो जाएगा. जबकि सरकार का कहना है कि नए कृषि कानूनों से किसानों को अधिकार मिले हैं, जिससे उन्हें कई फायदे होंगे.