Farmer Protest: नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों और सरकार के बीच शुक्रवार को 8वें दौर की भी वार्ता बेनतीजा रही. किसानों के मुद्दे को लेकर शनिवार को कांग्रेस की बैठक (Congress Metting) हुई. सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में फैसला लिया गया है कि संसद के बजट सत्र से पहले अगर किसानों का मुद्दा नहीं सुलझा तो कांग्रेस सदन नहीं चलने देगी. इसे लेकर सभी विपक्षी दलों से कांग्रेस बात कर रही है.
कांग्रेस की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि इस मुद्दे पर 15 जनवरी को सभी राजभवन का घेराव किया जाएगा. आपको बता दें कि नए कृषि कानूनों के मुद्दे पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने बैठक बुलाई थी. इस बैठक में सभी महासचिव और प्रदेश प्रभारी शामिल हुए. इस वर्चुअल मीटिंग में तीनों कृषि कानून और किसानों के आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा हुई.
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि नीयत साफ़ नहीं है जिनकी, तारीख़ पे तारीख़ देना स्ट्रैटेजी है उनकी!. आपको बता दें कि इससे पहले उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार ने अपने पूंजीपति मित्रों के फ़ायदे के लिए देश के अन्नदाता के साथ विश्वासघात किया है. आंदोलन के माध्यम से किसान अपनी बात कह चुके हैं. अन्नदाताओं की आवाज़ उठाना और उनकी मांगों का समर्थन करना हम सब का कर्तव्य है.
आपको बता दें कि किसानों के साथ बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा था कि शुक्रवार को किसान यूनियन के लोगों के साथ वार्ता हुई. बहुत देर तक चर्चा हुई और कोई विकल्प नहीं निकला. 15 जनवरी को दोपहर 12 बजे किसानों के साथ एक बार फिर वार्ता होगी.
Source : News Nation Bureau