Farmer Protest Latest News: कृषि कानूनों के खिलाफ एक ओर जहां किसानों का आंदोलन जारी है. वहीं दूसरी ओर कुछ जानकार आंदोलन की वजह से होने वाले नुकसान के बारे में बता रहे हैं. उनका कहना है कि किसान आंदोलन की वजह से हुए नुकसान के लिए आखिर जिम्मेदारी किसकी होगी. बता दें कि सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन के पक्ष में जहां लोग अपनी बात रख रहे हैं वहीं इसके विपक्ष में भी आवाजें उठने लग गई हैं.
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टोल टैक्स कलेक्शन में 600 करोड़ रुपये का नुकसान
ट्विटर पर अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की जानकार मोनिका का कहना है कि किसान आंदोल की वजह से टोल टैक्स कलेक्शन में 600 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है. वहीं सिंघु बॉर्डर के आस-पास मौजूद 1,800 फैक्टरियां बंदी के कगार पर पहुंच गई हैं. उनका कहना है कि प्रदर्शन की वजह से दुकानों को हर महीने लाखों का घाटा हो रहा है. इसके अलावा तोड़ फोड़ की घटनाओं की वजह से टेलिकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर को करोड़ों का नुकसान हुआ है. वहीं वामपंथी उदारवादी किसानों को इन सब घटनाओं के लिए धन्यवाद कह रहे हैं.
Rs. 600 crores loss to toll tax collection
— Monica (@TrulyMonica) January 30, 2021
1800 factories in Singhu border facing closure
Shops losing lakhs of rupees every month due to protests
Telecom infrastructure worth crores vandalised
Left Liberals are saying “Thank a farmer”. For all this?
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बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन आज 66वें दिन में प्रवेश कर गया है. दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर किसान धरना दिए बैठे हैं. जहां कुछ दिन पहले लग रहा था कि कुछ ये प्रदर्शन खत्म हो जाएगा और किसान वापस अपने अपने घर चले जाएंगे, लेकिन जिस तरह से किसानों के नेता राकेश टिकैत भावुक होकर मीडिया के सामने रो दिए थे. उसके बाद एक बार फिर से किसानों का आंदोलन प्रदर्शन तेज होता दिखाई दे रहा है. किसान दिल्ली की सीमाओं पर फिर से जमने लगे हैं. दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर आज हुई घटना पर 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें तलवार से हमला करने वाला 22 साल का युवक भी शामिल है.
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गाजीपुर बॉर्डर पर नाटकीय घटनाक्रम के बाद मुजफ्फरनगर में आहूत महापंचायत हालांकि बगैर किसी नतीजे के खत्म हो गई है, लेकिन राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के भाई नरेश टिकैत ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि बीजेपी के कई नेता किसान आंदोलन के समर्थन में पार्टी छोड़ने वाले हैं. इसके साथ ही नरेश टिकैत ने दावा किया है कि अब हर किसान के घर से एक शख्स आंदोलन (Farmers Agitation) में शामिल होगा.