कृषि कानूनों (Farm Bill) के खिलाफ जारी आंदोलन एक बार फिर चर्चा में आ गया है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पिछले दिनों बयान दिया कि सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी, लेकिन आंदोलनकारी किसानों के साथ बातचीत को तैयार है. अब किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि वह बिना किसी शर्त के ही सरकार के साथ बातचीत करेंगे. सरकार चाहे तो लाठी डंडों का इस्तेमाल कर सकती है. उनका कहना है कि सरकार ने नया प्रस्ताव शर्तों के साथ दिया है जो मंजूर नहीं है.
राकेश टिकैत का कहना है कि आठ महीने से किसान आर पार के मूड में बैठे हैं. उन्होंने कहा कि जिसे आर पार की भाषा जिस तरह से समझनी हो वो समझ सकता है. उन्होंने कहा कि किसान शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार कह रही है कि यहां से चले जाओ. लेकिन अगर हम जाएंगे तो बातचीत से, नहीं तो लाठी-डंडे-गोली जिससे सरकार भगाना चाहे भगा दे. राकेश टिकैत ने मोदी सरकार (Modi Government) के नए प्रस्ताव पर कहा कि एक लाख करोड़ की तो ठग विद्या है, हम तो बस यह कह रहे हैं कि हमें भाव दे दो, एक लाख करोड़ जहां खर्च करना है कर लेना. लेकिन जब हमें भाव नहीं दे रहे हैं तो एक लाख करोड़ का क्या मतलब है.
यूपी के सभी जिलों में शुरू होगा आंदोलन
इससे पहले भारतीय किसान यूनियन ने गुरुवार को ऐलान किया था कि अगस्त से प्रदेश के सभी जिलों में आंदोलन शुरू किया जाएगा. आंदोलन में गन्ना किसानों के साथ ही बिजली की समस्या को उठाया जाएगा. राकेश टिकैत ने कहा कि 11 जुलाई को किसानों की एक बड़ी बैठक होगी जिसमें इस आंदोलन की रूप-रेखा को तय किया जाएगा. एक अगस्त से इस आंदोलन को बल देने की कोशिश है.
Source : News Nation Bureau