तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने सोमवार को दस घंटे के लिए भारत बंद का आह्वान किया है. किसानों के 40 संगठनों वाले इस संयुक्त मोर्चे की ओर से आहूत भारत बंद को कांग्रेस (Congress), आम आदमी पार्टी समेत सीपीआई सरीखे अन्य विपक्षी दलों का समर्थन हासिल है. किसान संगठनों के शांतिपूर्ण बंद की अपील के बावजूद पिछले अनुभवों को देखते हुए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) हाई अलर्ट पर है. खासकर सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर के अलावा दिल्ली की सीमाओं पर कड़ी चौकसी रखी जा रही है. कुछ जगहों पर पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को भी तैनात किया गया है. दिल्ली पुलिस स्पेशल ब्रांच को इनपुट मिले हैं कि दिल्ली सीमा पर की गई बैरिकेडिंग तोड़ कर किसान, स्टूडेंट और विपक्षी दलों के कार्यकर्ता दिल्ली में प्रवेश कर लाल किले पहुंच या दिल्ली मेट्रो को भी बाधित कर सकते हैं. ऐसे में गाजीपुर बॉर्डर से सटे इलाकों में एनएच-9 और एनएच-24 पर खास नजर रखी जा रही है. जाहिर है भारत बंद की वजह से दिल्ली वासियों को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.
संयुक्त किसान मोर्चे ने जारी किया बयान
रविवार को संयुक्त किसान मोर्चे ने भारत बंद को लेकर एक बयान भी जारी किया. बयान में कहा गया है कि 27 सितंबर 2020 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने तीन किसान विरोधी काले कानूनों को मंजूरी दी और उन्हें लागू किया. सोमवार को देश भर में सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक भारत बंद मनाया जाएगा. बयान में आगे कहा गया कि किसान यूनियन ने ट्रेड यूनियनों सहित यह सुनिश्चित करने को कहा है कि आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर देशभर में हड़ताल रहे. इस भारत बंद का कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, टीडीपी, बीएसपी, लेफ्ट दल, स्वराज इंडिया, वाम दलों आदि का समर्थन प्राप्त है.
यह भी पढ़ेंः PM मोदी आज प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन का करेंगे शुभारंभ
इन राज्यों में की गई है तैयारी
संयुक्त किसान मोर्चा और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के साथ इस बंद के संबंध में कई राज्यों का दौरा करने के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव अतुल कुमार अंजान ने बताया कि 15 राज्यों में बंद की पूरी तैयारी हो चुकी है. अनजान ने जोर देकर कहा, तहसील से लेकर जिला, राज्य स्तर पर किसानों, ट्रेड यूनियनों, नौजवानों एवं अन्य सभी जन-संगठनों की बैठक संपन्न हो चुकी है. दक्षिण भारत के तमिलनाडु, पुडूचेरी, केरल, आंध्र-प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक सहित महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब हरियाणा, मध्य-प्रदेश, बिहार और झारखंड, पूर्वी राज्यों में उड़ीसा, असम, मणिपुर में पूर्णबंदी की संभावना है. स्वामीनाथन आयोग के सदस्य रहे अतुल अंजान ने कहा कि बंद के दौरान दूध, एंबुलेंस, डीजल, पेट्रोल, गैस के टैंकर, सेना, स्कूली-बच्चों के वाहन एवं रोगी बुजुर्गों को ले जा रहे यातायात के साधनों को बाधित नहीं किया जाएगा. ये बंद सुबह 6:00 से लेकर शाम 4:00 बजे तक रहेगा. किसानों के इस भारत बंद को लेकर दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
HIGHLIGHTS
- आपातकालीन सेवाओं और एंबुलेंस को रखा गया बंद से बाहर
- पिछले अनुभवों को देखते हुए दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर
- मेट्रो और रेल सेवाओं समेत लाल किले पर हंगामे के इनपुट