एक तरफ मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसान अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ सड़को पर उतरे हुए हैं वहीं दूसरी तरह कर्नाटक सरकार ने भी किसानों से भद्दा मजाक किया है।
कर्नाटक में पिछले तीन सालों से पड़े सूखे की वजह से राज्य सरकार ने किसानों को मुआवजा दिया। मुआवजे की रकम सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। कर्नाटक सरकार ने सूखे के मुआवजे के नाम पर किसानों को 1 रु से लकर 3000 रुपये तक के चेक पकड़ा दिए। जब मामला सुर्खियों में आया तो सरकार बैकफुट पर आ गई। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि मुआवजा देने की बस जांच हो रही थी। अभी कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है।
बीते साल कर्नाटक में इतना जबरदस्त सूखा पड़ा था कि स्कूली छात्राओं को परीक्षा छोड़कर पानी जुटाने की जद्दोजहद में लगे हुए थे। पिछले तीन सालों में कर्नाटक ने जितना भीषण सूखा का सामना किया है उतने बीते 40 सालों में वहां नहीं पड़ा। ऐसे में वहां के किसानों के लिए खेती करना रेगिस्तान से पानी निकालने के बराबर था। कर्ज और सूखे की वजह से बीते तीन सालों में वहां कई किसानों ने आत्महत्या कर ली थी।
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साल 2015 के मानसून में वहां 86 फीसदी से भी कम बारिश हुई थी। वहीं साल 2014 में 88 फीसदी बारिश हुई थी। पहले के मुकाबले साल 2015 में 12 फीसदी और साल 2015 में 14 फीसदी कम बारिश हुई थी।
2 सालों में 12-14 फीसदी तक कम बारिश की वजह से देश के 12 राज्यों में सूखा पड़ा था। इसका मतलब ये हुआ कि देश के 688 में से 246 जिल सूखे की चपेट में थे। ऐसे में कर्नाटक सरकार का ये मुआवजा उनके लिए किसी सदमे से कम नहीं होगा।
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HIGHLIGHTS
- कर्नाटक में किसानों से भद्दा मजाक, सूखे का मुआवजा सिर्फ 1 रु दिया
- पिछले तीन सालों में कर्नाटक में पड़ा है भीषण सूखा
Source : News Nation Bureau