तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले ढाई महीने से दिल्ली के तीन बॉर्डरों पर डेरा डाले हुए हैं. सरकार के बाद किसान संगठनों की अभी तक हुई वार्ता का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है. किसान संगठनों ने कृषि कानूनों के विरोध में 6 फरवरी को चक्का जाम का ऐलान किया है. इसे लेकर आज किसान संगठनों ने एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.
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संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में होगा चक्का जाम
आज होने वाली बैठक में 40 से अधिक किसान संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. बैठक में इसे लेकर चर्चा की जानी है कि आंदोलन को कैसे आगे बढ़ाया जाए. पिछली बैठक में किसान संगठनों ने तय किया था कि वह 6 फरवरी को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक चक्का जाम करेंगे. इसे लेकर तैयारी भी शुरू कर दी गई है. गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान नेता राकेश टिकैत ने जींद में हुई महापंचायत में ऐलान किया था कि चक्का जाम में 44 हजार से अधिक ट्रैक्टर शामिल होंगे.
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दिल्ली पुलिस की तैयारी
किसानों के चक्का जाम के ऐलान के बाद से पुलिस भी एक्टिव हो गई है. पुलिस ने दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर बैरीकेडिंगग बढ़ा दी है. दिल्ली में किसान आंदोलन को लेकर 26 जनवरी जैसी हिंसा ना हो इसे लेकर पहले से ही अहतियात बरती जा रही है. तीनों बॉर्डरों पर कंटीले तार के साथ बैरीकेडिंग की गई है. इसके साथ ही ट्रैक्टरों को दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने से रोकने के लिए रोड पर कीलें और नुकीला सरिया लगा दी गई हैं. पुलिस ने दिल्ली के सभी बॉर्डर पर 12 से 16 लेकर लेयर तक की बैरिकेडिंग की है.
Source : News Nation Bureau