कृषि कानूनों को लेकर केंद्र और किसान संगठनों के बीच पिछले करीब दो महीने से गतिरोध जारी है. किसानों के प्रदर्शन के बीच हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बुधवार की. इसमें किसानों के प्रदर्शन और कृषि कानूनों सहित कई मुद्दों पर बातचीत की गई. मंगलवार को चौटाला ने गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी.
चौटाला हरियाणा में बीजेपी सरकार में गठबंधन साझेदार जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता हैं. ऐसा माना जा रहा है कि जेजेपी के कुछ विधायक प्रदर्शनकारी किसानों के दबाव में हैं. जेजेपी ने एक बयान में कहा कि चौटाला बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे.
'सरकार को कोई खतरा नहीं'
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और चौटाला ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. बैठक के बाद खट्टर और चौटाला ने कहा था कि बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है और यह सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी. उन्होंने कहा था कि उन्होंने बैठक में राज्य में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में बातचीत की.
जेजेपी विधायकों ने दी थी चेतावनी
किसानों के प्रदर्शन को लेकर दुष्यंत चौटाला पहले भी बीजेपी के बड़े नेताओं से बातचीत कर चुके हैं. जेजेपी के कुछ नेताओं ने तो इतना तक कहा कि अगर केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो प्रदेश में गठबंधन सरकार को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. जेजेपी प्रमुख और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के कुछ घंटे पहले विधायकों ने यह दावा किया. हालांकि बाद में बीजेपी ने दावा किया कि हरियाणा सरकार को किसी तरह का खतरा नहीं है.
Source : News Nation Bureau