दिल्ली-नोएडा फ्लाइ-वे टोलप्लाजा के नजदीक किसानों का प्रदर्शन दूसरे दिन शनिवार को भी जारी है. जमीन अधग्रहण किए जाने के बदले 4 गुना मुआवजे की मांग कर रहे किसान शुक्रवार से डीएनडी (दिल्ली नोएडा डायरेक्ट फ्लाइ-वे) के पास आंदोलन कर रह रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने वाले फ्लाइ-वे के नजदीक गौतमबुद्ध नगर जिले के कई गांवों के किसान मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. शुक्रवार को प्रदर्शन के कारण डीएनडी पर लोगों को जाम का सामना करना पड़ा.
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा है कि किसानों का जमीन लेने वाले बिल्डरों ने डिग्री कॉलेज के लिए आधारशिला रखी है लेकिन निर्माण कार्य अभी शुरू होना बाकी है. विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि जिन किसानों ने बिल्डरों को अपनी जमीन नहीं बेची है उन्हें सिंचाई के लिए पानी बहाव का एक रास्ता दिया जाय और उन्हें आयकर विभाग से तत्काल राहत दी जाय.
प्रदर्शनकारियों की मांग ये भी है कि प्रभावित किसानों के परिवार को या तो रोजगार दिया जाय या स्वरोजगार के लिए 5 लाख मुआवजे के तौर पर दिया जाय. इसके अलावा उन्होंने ग्रामसभा के लिए 100 बीघा जमीन की मांग की है.
पिछले साल दिल्ली किसानों के लिए अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन का मुख्य केंद्र बना रहा. नवंबर 2018 में 200 किसान संगठनों के करीब 1 लाख किसानों ने दिल्ली पहुंचकर किसान कर्जमाफी और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रदर्शन किया था.
वहीं पिछले साल ही 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर हरियाणा और पंजाब के किसानों ने दिल्ली में प्रवेश नहीं मिलने पर गाजियाबाद में प्रदर्शन किया था. जिसके बाद दिल्ली सीमा पर पुलिस ने किसानों की भीड़ पर वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया था.
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लगातार हो रहे प्रदर्शनों के बीच शुक्रवार को सरकार ने अंतरिम बजट में किसानों के लिए कई राहत पैकेजों का ऐलान किया है. सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत दो हेक्टेयर से कम जमीन वाले किसानों को कृषि कार्य के लिए 6,000 रुपये सालाना वित्तीय मदद प्रदान की घोषणा की है. इसके अलावा बजट भाषण में वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी.
Source : News Nation Bureau