टूलकिट में जिक्र किए गए ट्विटर हैंडल पर ये कंटेंट हैं मौजूद, आइए जानें

Farmers Protest: 26 जनवरी के दिन हुई हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की इंटेलीजेंस यूनिट ने बताया कि अभी तक की जांच में 1160 ट्विटर अकाउंट्स की पहचान की गई है, जिन्होंने भड़काऊ जानकारी शेयर कर हिंसा फैलाने का काम किया.

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Kuldeep Singh
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टूलकिट में ट्विटर हैंडल से साजिश फैलाने का कंटेंट मौजूद है( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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Farmers Protest: सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक टूलकिट (Toolkit) को लेकर भी विवाद हो गया है. सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बॉलीवुड, नेता और क्रिकेट जगत से जुड़े लोग टूलकिट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं दूसरी ओर टूलकिट पर विवाद बढ़ता देख सुरक्षा एजेंसियां भी चौकन्नी हो गई हैं. वहीं टूलकिट के ऊपर कुछ ट्विटर हैंडल की भी जानकारी दी गई है. खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इन हैंडल का इस्तेमाल साजिश फैलाने के लिए किया जाना था. इन ट्विटर हैंडल के ऊपर क्या कंटेंट दिए गए हैं आइए उसको जानने की कोशिश करते हैं.

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अभी तक की जांच में 1160 ट्विटर अकाउंट्स की हुई पहचान 
बता दें कि 26 जनवरी के दिन हुई हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की इंटेलीजेंस यूनिट ने बताया कि अभी तक की जांच में 1160 ट्विटर अकाउंट्स की पहचान की गई है, जिन्होंने भड़काऊ जानकारी शेयर कर हिंसा फैलाने का काम किया. हैरानी की बात ये है कि 1160 में ले 157 ट्विटर अकाउंट वैरिफाई थे. पुलिस ने बताया कि हिंसा फैलाने वाले ज्यादातर अकाउंट्स पाकिस्तान और खा..... समर्थकों के थे. पुलिस ने बताया कि इन हैंडल से 15 भड़काऊ हैशटैग वायरल किए गए. हिंसा भड़काने के लिए इन भारत विरोधी ट्विटर हैंडल ने अपने नेटवर्क का जबरदस्त इस्तेमाल किया. इसके अलावा 13 हैंडल ऐसे थे जो इन हैशटैग को आगे फॉर्वर्ड कर रहे थे. किसान आंदोलन को लेकर फर्जी और भड़काऊ पोस्ट शेयर करने के आरोप में अभी तक 550 ट्विटर अकाउंट सस्पेंड किए जा चुके हैं.

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बता दें कि पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग (Greta Thunberg) ने बुधवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने गूगल डॉक्यूमेंट्स के कुछ पेज शेयर किया थे. आपको बता दें कि इस ट्वीट किए गए डॉक्यूमेंट्स में भारत सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कैसे विरोध करना है या एक तरह से यह भी कह सकते हैं कि किस तरह से वैश्विक स्तर भारत में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन किया जाए. इसकी पूरी रणनीति बनाई गई है. उनके इस ट्वीट के बाद ही लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हों गईं और देखते ही देखते वो सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगीं. विवाद बढ़ता देख ग्रेटा थुनबर्ग ने ये ट्वीट्स डिलीट कर दिए थे. बता दें कि ग्रेटा थनबर्ग ने दो एक्शन प्लान को लेकर ट्वीट किए थे. एक एक्शन प्लान में 26 जनवरी तक के एक्शन प्लान का भी जिक्र किया गया था. 

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Source : News Nation Bureau

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