किसान संगठनों की 12 दिसंबर को दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे और टोल प्लाजा को अवरुद्ध करने की धमकी का कोई खास असर देखने को नहीं मिला. राष्ट्रीय राजमार्ग -48 और एक्सप्रेसवे पर खेड़की दौला टोल प्लाजा खुला रहा, क्योंकि पुलिसकर्मियों के अलावा किसी भी प्रदर्शनकारियों को यहां नहीं देखा गया.
दिल्ली में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए सोहना में होने वाली एक महापंचायत के बारे में पुलिस को इनपुट मिले थे, लेकिन अज्ञात कारणों से कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था.
इस बीच, गुरुग्राम में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई हिस्सों पर ट्रैफिक कम रहा. आसपास के जिलों, राज्यों और राष्ट्रीय राजधानी को जोड़ने वाले गुरुग्राम की 13 सीमाओं पर यातायात सामान्य था.
डीसीपी मानेसर, नितिका गहलौत ने कहा, सीमावर्ती क्षेत्रों के आसपास कोई भी संदिग्ध वाहन और किसान संघ के सदस्य नहीं दिखे. जिले भर में ट्रैफिक की आवाजाही सामान्य है और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.
हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, कई किसान संगठनों और नेताओं ने दक्षिण हरियाणा और राजस्थान के सभी किसानों से 13 दिसंबर को पूरी ताकत और उत्साह के साथ प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है.
सूत्रों ने कहा कि राजस्थान और हरियाणा के किसान 'संयुक्त किसान मोर्चा' के बैनर तले शाहजहांपुर सीमा से दिल्ली तक यात्रा करेंगे और 'दिल्ली चलो' अभियान में शामिल होंगे. राजस्थान के एक किसान नेता ने सभी किसान परिवारों से अपील की कि वे कम से कम एक परिवार के सदस्य को किसानों के विरोध में शामिल होने के लिए भेजें.
Source : PTI