गणतंत्र दिवस पर नए कृषि कानून के विरोध में आंदोलनकारी किसान दिल्ली में कूच कर चुके हैं. दिल्ली पुलिस ने शर्तों के साथ ट्रैक्टर रैली निकालने की मंजूरी दी थी, लेकिन सुबह से ही दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं से किसान अंदर घुस आए. दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से पुलिस के साथ झड़प, जबरन बैरिकेड टूटने की तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं. इस बीच दिल्ली के कनॉट प्लेस को बंद कर दिया गया है.
देश की राजधानी दिल्ली में किसानों की हिंसक ट्रैक्टर रैली के चलते नई दिल्ली टेडर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को कनाट प्लेस को बंद रखने का ऐलान किया है. नई दिल्ली टेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव बताया कि किसानों की हिंसक ट्रैक्टर रैली की वजह से दिल्ली पुलिस ने कनाट प्लेस बंद रखने का परामर्श दिया है.
संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में किसानों से अपील की है कि किसी तरह की हिंसा और तोड़फोड़ में शामिल न हों. अगर किसी ने भी वर्दीवाले पर वाहन चढ़ाने का प्रयास किया है तो यह काफी निंदनीय है. साथ ही ये अनुशासन से बाहर है. यह घृणित है और अस्वीकार है. मंच से हम बार-बार कहते रहे कि ये जो वर्दी में जवान है, ये तो वर्दी में खड़ा किसान है इनसे हमारा कोई झगड़ा नहीं है. ऐसी कोई भी अगर हरकत हुई है तो हम इसकी निंदा करते हैं.
वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन को खराब करने वाले लोग राजनीतिक दलों के हैं. हमें पता है कि आंदोलन को नुकसान पहुंचाने में कौन लोग शामिल हैं. उनकी पहचान कर ली गई है. कुछ राजनीतिक दलों के लोग आंदोलन को खराब करना चाहते हैं. किसान नेता राकेश टिकैत ने यह बात तब कही जब यह पूछा गया कि क्या आंदोलन किसान नेताओं से बेकाबू हो गया है.
Source : News Nation Bureau