गणतंत्र दिवस पर कृषि कानून के विरोध में आंदोलनकारी किसान दिल्ली में कूच कर चुके हैं. इस दौरान किसानों की ट्रैक्टर रैली हिंसक हो गई है. किसान और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. आंदोलनकारी किसानों ने लाल किले में कूचकर अपना झंडा फहरा दिया. इस बीच किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि इतिहास गवाह है कि कोई भी सरकार किसानों के खिलाफ नहीं जीत सकी है.
किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अगर आप इतिहास से सबक नहीं सीखते हैं, तो यह खुद को दोहराता है... इतिहास हमें बताता है कि किसानों के खिलाफ कोई सरकार कभी नहीं जीती है.
वहीं, एनसीपी के चीफ शरद पवार ने कहा कि कृषि कानून को लेकर को चर्चा ज़ारी है. वह आज की नहीं बल्कि 2003 से चल रही है. लेकिन चुनाव हुए, अलग सरकार आईं तो ऐसे में हमारे मुद्दे पीछे रह गए. हमारा कहना इतना ही है कि इस पर सिलेक्टिव कमेटी बैठनी चाहिए, लेकिन अगर सिलेक्ट कमेटी के पास यह जाता तो इतना बडा मुद्दा न होता. लेकिन, सरकार ने अपने मन मुताबिक यह सब किया और किसानों ने यह कदम उठाया.
शरद पवार ने आगे कहा कि कई दिनों से पंजाब-हरियाणा के किसानों ने शांतिपूर्वक आंदोलन किया है, संयम दिखाया, लेकिन संयम के साथ किसान के साथ बैठक के बाद सरकार को भी कुछ स्टैंड लेने की जरूरत थी, चर्चा हुई लेकिन हल नहीं निकला. संयम खत्म हुआ, लेकिन किसानों ने जो ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया, उस वक्त प्रशासन ने भी अपनी जिम्मेदारी निभानी थी.
Source : News Nation Bureau