जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूख अब्दुल्ला एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, अलग-अलग पार्टियों के लोग एकजुट होकर अलग-अलग मुद्दे लेकर आए हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके अधिकारों पर हमला हो रहा है और हर दिन नए कानून आ रहे हैं. फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हम बाहर से आने वाली पार्टियों को स्वीकार नहीं करते. पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को यहां अपने भटिंडी आवास पर एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें गैर-स्थानीय लोगों सहित लगभग 2.5 मतदाताओं को मतदाता सूची में शामिल करने का प्रस्ताव रखा गया.
बैठक की अध्यक्षता डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने की. पीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के अलावा अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने इसमें भाग लिया. इस बैठक में गुपकार गठबंधन के अलावा चार और संगठनों ने हिस्सा लिया. बैठक में प्रदेश से बाहर के लोगों को जम्मू कश्मीर में मताधिकार के अलावा जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जे की बहाली समेत सियासी परिदृश्य पर चर्चा की गई. बैठक में अलग-अलग दलों के नेताओं ने जम्मू कश्मीर में बाहरी प्रदेशों के लोगों को मतदाता बनाने पर सवाल उठाए.
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गठबंधन ने 22 अगस्त को श्रीनगर में इसी तरह की बैठक बुलाई थी, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना और अकाली दल (मान) के अलावा उसके सभी घटक शामिल थे. हालांकि, सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और अल्ताफ बुखारी की अपनी पार्टी दूर रहे. इस दौरान अब्दुल्ला ने श्रीनगर की बैठक में कहा था, "जम्मू-कश्मीर की मतदाता सूची में गैर-स्थानीय लोगों को शामिल करने का कोई भी निर्णय अस्वीकार्य होगा और अदालत सहित हर तरह से इसका विरोध किया जाएगा.