सुप्रीम कोर्ट के राम मंदिर मामले में सुनवाई अगले साल जनवरी तक टाले जाने के बाद शुरू हुई बयानबाजी को आगे बढ़ाते हुए नेशनल कांफ्रेंस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारख अब्दुल्ला ने भी अपनी राय जाहिर की है. फारुख अब्दुल्ला ने कहा है कि वे (बीजेपी) सोचते हैं कि 2019 का चुनाव भगवान राम ही जिता देंगे. लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि भगवान चुनाव नहीं जिताते. चुनाव में न भगवान वोट देते हैं और न ही अल्लाह. चुनाव में केवल लोग वोट देते हैं.
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इससे पहले राम मंदिर को लेकर विवादास्पद बयान देते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था, अगर कोर्ट के फैसले का इंतजार किया गया तो राम मंदिर बनाने में 1000 साल लग जाएंगे.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टाले जाने के बाद केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने कहा था, अब हिंदुओं का सब्र टूट रहा है. मुझे भय है कि हिंदुओं का सब्र टूटा तो क्या होगा.’ गिरिराज सिंह के बयान पर AIMIM के प्रमुख असुद्दीन ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा था, सरकार को चाहिए कि वह गिरिराज सिंह को कोर्ट में खड़ा कर दे. गिरिराज को अटॉर्नी जनरल बना देना चाहिए. सरकार राम मंदिर को लेकर अध्यादेश क्यों नहीं ला रही है.
Source : ANI