अब लड़ाकू विमानों की सुरक्षित लैंडिंग के लिए भारतीय तकनीकी का इस्तेमाल किया जाएगा. इस तकनीक के तहत लड़ाकू विमान की लैंडिंग के दौरान उसकी हाई स्पीड को भार में बदलकर एयर क्रॅाफ्ट अरेस्टर सिस्टम से रोक देगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के नोएडा फेस टू स्थित फैरीटेरो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने इस तकनीकी को बनाने में सफलता हासिल की है. बताया जा रहा है कि अभी तक इस तकनीकी सिस्टम में सिर्फ अमेरिका का दबदबा था लेकिन अब भारत दूसरा ऐसा देश हो गया है जिसने इस तकनीकी को इजाद कर लिया है.
नोएडा में तकनीकी विकसित होने की जानकारी के बाद डीआरडीओ ने कंपनी को 'मेक इन इंडिया' के तहत देश में बने उन 70 एयरबेस के रन-वे पर तकनीकी विकसित करने की जिम्मेदारी दे दी है. जिन पर अभी तक अमेरिकी तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा था.
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यही नहीं, लद्दाख से अरुणाचंल प्रदेश तक दुर्गम स्थानों पर तैयार होने एयरबेस के 32 नए रन-वे पर भी यही कंपनी एयर क्रॉफ्ट अरेस्टर सिस्टम को विकसित करेगी.
Source : News Nation Bureau