बीजेपी सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) कोरोना वायरस (Corona Virus) में तब्लीगी जमात (Tablighi Jammat) की लापरवाही को लेकर मौलाना साद (Maulana Saad) पर जमकर बरसे. साक्षी महाराज ने कहा, यह दुर्भाग्य है कि कोरोना महामारी के रूप में दुनिया भर में फैल गया. हम यह लड़ाई जीत भी लेते, लेकिन तब तक तब्लीगी जमात के मुखिया मौलाना साद ने पानी फेर दिया. अब भी ये लोग छिपे हुए हैं और अब तो इनके रोहिंग्या कनेक्शन सामने आ रहा है. उन्होंने कहा कि अन्य राज्य सरकारों को योगी सरकार से सीख लेनी चाहिए. बता दें कि योगी सरकार तब्लीगी जमात के उनलोगों पर रासुका लगा रही है, जो अपने बारे में जानकारी नहीं दे रहे हैं और पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर उनके मरकज के कार्यक्रम में शामिल होने की सूचना मिल रही है.
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पालघर में संतों की हत्या को लेकर साक्षी महाराज बोले, हिन्दू समाज साधुओं के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार से क्रोधित है. महाराष्ट्र सरकार को चाहिए कि वो इन लोगों को तुरंत फांसी की सजा दे. इस बारे में उन्होंने यह भी कहा, मैंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. अगर सजा नहीं मिली तो महाराष्ट्र की सरकार सोच ले कि संत समाज क्या करेगा. साक्षी महाराज ने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो लॉकडाउन के बाद संत समाज महाराष्ट्र की तरफ कूच करेंगे.
उधर, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने उद्धव ठाकरे सरकार को चेताते हुए कहा, हत्यारों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो महाराष्ट्र सरकार के विरुद्ध आंदोलन किया जाएगा. प्रयागराज में प्रवास कर रहे महंत नरेंद्र गिरी ने बताया, महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक गांव में ब्रह्मलीन संत को समाधि देने जाते साधु-संतों पर पुलिस की मौजूदगी में कुछ लोगों ने हमला कर हत्या कर दी थी. पालघर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से फोन पर बात कर अखाड़ा परिषद ने अपना विरोध जताया है.
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उन्होंने कहा, लॉकडाउन के बाद अखाड़ा परिषद हरिद्वार में बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाएगी. महाराष्ट्र सरकार को चेताते हुए उन्होंने कहा, सरकार ने हत्यारों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं की तो सभी अखाड़े महाराष्ट्र सरकार के विरूद्ध बिगुल फूंकेंगे. उन्होंने भक्तों से लॉकडाउन में ब्रह्मलीन हुए किसी साधु को समाधि देने जाते समय सीमित संख्या में ही जाने की अपील की है.
Source : News Nation Bureau