पीएम मोदी ने आतंकवाद के ख़िलाफ़ कार्रवाई को धर्म से जोड़ने को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
पीएम मोदी ने गुरुवार को विज्ञान भवन में जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल-हुसैन को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद या उग्रवाद के ख़िलाफ़ अगर कोई कार्रवाई हो रही है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह किसी धर्म विशेष के विरुद्ध की लड़ाई है।
उन्होंने कहा, 'मज़हब का मर्म अमानवीय हो ही नहीं सकता। हर पन्थ, हर संप्रदाय, हर परंपरा मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए ही है। इसलिए, आज सबसे ज्यादा ज़रूरत ये है कि हमारे युवा एक तरफ मानवीय इस्लाम से जुड़े हों और दूसरी तरफ आधुनिक विज्ञान और तरक्की के साधनों का इस्तेमाल भी कर सकें।'
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में हमारी यह कोशिश है कि सबकी तरक्की के लिए सबको साथ लेकर चलें। क्योंकि सारे मुल्क की तकदीर हर शहरी की तरक्की से जुड़ी है। क्योंकि मुल्क की खुशहाली से हर एक की खुशहाली बाबस्ता है।
आगे उन्होंने कहा, 'हमारी विरासत और मूल्य, हमारे मज़हबों का पैगाम और उनके उसूल वह ताक़त हैं जिनके बल पर हम हिंसा और दहशतगर्दी जैसी चुनौतियों से पार पा सकते हैं इंसानियात के ख़िलाफ़ दरिंदगी का हमला करने वाले शायद यह नहीं समझते कि नुकसान उस मज़हब का होता है जिसके लिए खड़े होने का वो दावा करते हैं।'
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पीएम ने कहा, 'आपका वतन और हमारा दोस्त देश जॉर्डन इतिहास की किताबों और धर्म के ग्रंथों में एक अमिट नाम है। जॉर्डन एक ऐसी पवित्र भूमि पर आबाद है जहां से ख़ुदा का पैग़ाम पैगम्बरों और संतों की आवाज़ बनकर दुनिया भर में गूंजा।'
वहीं जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने पीएम मोदी की बात का समर्थन करते हुए कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं जो धर्म के नाम पर ग़लतफहमी फैलाकर माहौल ख़राब करते हैं हमें उन लोगों को पहचानने की ज़रुरत है।
राजा ने कहा, 'इस तरह की नफरत भरी विचारधारा ईश्वर के शब्द को बिगाड़ रही है ताकि संघर्षो को भड़काया जा सके और अपराधों व आतंक को सही साबित किया जा सके।'
उन्होंने कहा, 'हमें इन चीजों को गंभीरता से लेने की जरूरत है..उन्हें मानवता द्वारा बनाए गए विश्वास से हमारा ध्यान कभी भी भटाकने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।'
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उन्होंने कहा कि आस्था व विश्वास ने भारत और जॉर्डन जैसे देशों को प्रेरित किया है जहां विभिन्न धार्मिक और जातीय समूह एक साथ रहते हैं।
उन्होंने कहा, 'यह विश्वास ही है जो विभिन्न सभ्यताओं को साथ लाता है। दुनिया भर के करोड़ों मुस्लिम और गैर मुस्लिम दया, अनुकंपा, उदारता के मूल्य साझा करते हैं।'
जॉर्डन के राजा ने कहा, 'यही मूल्य हमें आगामी भविष्य में काम करने के लिए एक साथ लाए हैं।'
बता दें कि शाह अब्दुल्ला इस समय भारत के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, वे मंगलवार को यहां पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर हवाई अड्डे पर उनका स्वागत करने पहुंचे थे।
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Source : News Nation Bureau