पिछले कुछ समय से देश में लगातार बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की कीमतों से लोगों को आज बड़ी राहत मिल गई है. गुरुवार को अंतरमंत्रालयी बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2.50 रु तक की कटौती कर दी है, साथ ही अन्य राज्यों से भी उतनी ही कटौती करने की अपील की.
वित्त मंत्री की अपील पर पहल करते हुए महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और असम की सरकारें कटौती का ऐलान कर चुकी हैं। यानी इन राज्यों में ग्राहकों को 5 रुपये प्रति लीटर की राहत मिल गई है। हालांकि महाराष्ट्र में सिर्फ पेट्रोल पर वैट घटाया गया है जबकि झारखंड सरकार ने सिर्फ डीजल पर वैट में कटौती की है. बता दें कि इन राज्यों में बीजेपी शासित सरकारें है.
कटौती के बाद इन राज्यों में रह रहे लोगों को आज रात 12 बजे से पेट्रोल-डीजल पर करीब 5 रु कम देने होंगे. वहीं, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वह इस मुद्दे पर कैबिनेट में चर्चा के बाद फैसला लेंगे.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, 'पीएम मोदी ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर 2.50 रुपये प्रति लीटर की दर से केंद्रीय कर घटाकर आम लोगों के हित में एक और फैसला लिया है। सभी बीजेपी शासित राज्यों ने भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर वैट में 2.50 रुपये प्रति लीटर कटौती करने का निर्णय लिया है।'
यूपी के सीएम योगा का बयान
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, भारत सरकार ने पेट्रोल-डीजल के रेट में प्रति लीटर 2.5 रुपए की कमी की है, हम मोदी जी के आभारी है, आम आदमी को काफी राहत मिलेगी, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रेट बढ़ने पर इसका सीधा असर भारतीय बाजार और पेट्रोल-डीजल पर पड़ता है.
यूपी में पेट्रोल-डीजल की खपत बहुत है यहां पहले से ही देश के एक-दो राज्यों को छोड़कर पहले से ही रेट कम है. लेकिन इसके बावजूद यूपी में 2.5 रुपए की कमी पेट्रोल-डीजल के दामों में राज्य सरकार द्वारा की गई है, इससे यूपी सरकार को 4 हजार करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा. इससे यूपी की जनता को पेटोल-डीजल में 5-5 रुपए की राहत मिलेगी.
गुजरात सरकार का ऐलान
गुजरात सरकार ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी ट्वीट कर गुजरात सरकार के फैसले की जानकारी दी। गुजरात में कटौती से पहले पेट्रोल का भाव गुरुवार को 83.23 रुपये प्रति लीटर था तो डीजल 81.13 रुपये लीटर। महाराष्ट्र (मुंबई) में पेट्रोल 91.34 रुपये लीटर और डीजल 80.10 रुपये लीटर था। कटौती के बाद पेट्रोल 86.34 रुपये लीटर हो गया है।
Finance Minister has announced Rs.2.5 cuts in petrol&diesel prices, reciprocating positively to FM’s announcement, Govt Of Gujarat has also decided to reduce Rs.2.50 on both petrol&diesel. Thus petrol&diesel will be Rs. 5 cheaper in State of Gujarat, tweets Gujarat CM (file pic) pic.twitter.com/gPTA4QuJiO
— ANI (@ANI) October 4, 2018
वित्त मंत्री की इस अपील पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने ट्वीट कर कहा, 'महाराष्ट्र सरकार ने पेट्रोल पर अतिरिक्त 2.50 रुपये प्रति लीटर राहत देने का फैसला किया है।'
इससे पहले अरुण जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'केंद्र सरकार ने तय किया है कि एक्साइज ड्यूटी को 1.50 रुपये घटाया जाएगा। इसके अलावा ऑइल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) एक रुपया घटाएंगी, जिसके बाद लोगों को कम से कम 2.50 रुपये प्रति लीटर तुरंत राहत मिलेगी.'
वित्त मंत्री ने राज्यों से भी इतनी ही कटौती करने की गुजारिश की है ताकि ग्राहकों को 5 रुपये की राहत मिले.
उन्होंने बताया कि इस कटौती से एक्साइज रेवेन्यू में इस साल 10,500 करोड़ रुपये का प्रभाव पड़ेगा।
इससे पहले वित्त मंत्री जेटली ने तेल सचिव से मुलाकात भी की। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से चिंतित सरकार इसके अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रतिकूल असर को रोकने के विकल्पों पर विचार कर है। सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में बुधवार शाम को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यहां पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मुलाकात कर चुके हैं।
सार्वजनिक तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को जारी अधिसूचना में बताया कि पेट्रोल और डीजल के दाम क्रमश: 15 पैसे और 20 पैसे प्रति लीटर बढ़ाये गए हैं। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल अब 84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 75.45 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। यह दोनों का सर्वकालिक उच्च स्तर है। ईंधन के बढ़ते दाम से किसानों की पहले से बदहाल स्थिति और खराब होने की आशंका है।
विशेषकर रबी फसलों पर इसका अधिक प्रभाव पड़ने का अनुमान है। डीजल अभी रिकॉर्ड उच्च कीमत पर बेचा जा रहा है। यह कृषि क्षेत्र में सर्वाधिक इस्तेमाल किया जाता है। खेत जोतने के लिए ट्रैक्टर से लेकर सिंचाई के पंपसेट तक डीजल से ही चलते हैं।
अत: डीजल के महंगा होने से किसानों पर इसका असर पड़ना अवश्यंभावी है। ऐसा माना जा रहा है कि दोनों मंत्रियों ने कच्चा तेल की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय कीमतों तथा रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिरते जाने के प्रभावों को दूर करने पर चर्चा की। साथ ही सब्सिडी वाला घरेलू रसोई गैस सिलेंडर भी पहली बार 500 रुपये प्रति सिलिंडर को पार कर गया है।