वित्तमंत्री निर्मला सीतरामन ने संसद में कहा कि डीबीटी (DBT) यानी डाइरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से लीकेज कम हुए हैं. केंद्र सरकार ने 1 लाख 46 हज़ार करोड़ रुपये बचाए हैं. इसका डाटा उपलब्ध है देखा जा सकता है. रूरल सेक्टर में डिमांड कम होने की बात की जा रही है, उसपर वित्तमंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि कुल 2 लाख 52 हज़ार करोड़ रुपये का लोन ग्रामीण इलाकों में दिया गया है.
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प्याज़ पर वित्तमंत्री का बयान
प्याज की बढ़ती महंगाई पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्याज़ की पैदावार में कमी आई है. जब पैदावार में कमी आई है तो कम पहुंची भी है. मेट्रिक टन नाफेड के माध्यम से लोगों तक प्याज़ पहुंचाई जा रही है. दिल्ली-एनसीआर में मदर डेयरी के माध्यम से लोगों तक प्याज़ पहुंचाई जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने 1 लाख मेट्रिक टन प्याज़ इम्पोर्ट काटने का प्लान बनाया है. मेट्रिक टन प्याज़ दिल्ली आ चुका है. इसके साथ और प्रदेशों में प्याज पहुंच रही है. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने आईडीबीआई पर भी बात की.
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एनपीए में बड़ी गिरावट
स्ट्रेस लोन होने के बावजूद भी कांग्रेस के समय में बहुत लोन बांटा गया. वित्तमंत्री ने कहा कि एनपीए लोन बांटते रहे. उन्होंने कहा कि हमारे टाइम में 2015 और 2018 में लोन मेच्योर हुआ, लेकिन लोन कांग्रेस के टाइम में दिया गया. एनपीए में बड़ी गिरावट आई है, जो 2015 में 17 फीसदी एनपीए था वो 2019 में घटकर 5 फीसदी के करीब आ गया. ये सरकार की तरफ से उठाए गए कदम की वजह से ऐसा हुआ है.
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2019-20 में एफडीआई नेट इनफ्लो 20.9 बिलियन डॉलर था
वहीं लोकसभा में बोलते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पहली छमाही 2018-19 में एफडीआई नेट इनफ्लो 17 बिलियन डॉलर और पहली छमाही 2019-20 में एफडीआई नेट इनफ्लो 20.9 बिलियन डॉलर था.