केरल में 'आरएसएस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा' को लेकर विवादित बयान देने वाले आरएसएस की उज्जैन महानगर इकाई के पूर्व सह प्रचार प्रमुख डॉ. कुंदन चंद्रावत के खिलाफ पुलिस ने मध्य प्रदेश में मामला दर्ज किया है।
हालांकि केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) इससे संतुष्ट नहीं है। पार्टी ने शनिवार को राज्य सरकार से यह कहते हुए चंद्रावत के खिलाफ मामला दर्ज कराने को कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार होने की वजह से उन्हें इस मामले में कार्रवाई की उम्मीद नहीं है।
केरल में माकपा के राज्य सचिव कोदियेरी बालकृष्णन ने एक बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, 'राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी उनके खिलाफ मामला दर्ज कर सकती है, लेकिन यह भी नहीं होगाा, क्योंकि केंद्र में भाजपा की सरकार है और इसलिए कोई मामला दर्ज नहीं होगा।'
विधानसभा चुनाव 2017 से जुड़ी हर बड़ी खबर के लिए यहां क्लिक करें
मध्य प्रदेश के उज्जैन में चंद्रावत के खिलाफ शुक्रवार रात मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए चंद्रावत के खिलाफ मामला दर्ज किया। माधवनगर थाने के प्रभारी एम. एस. परमार ने शनिवार को आईएएनएस को बताया, 'डॉ. कुंदन चंद्रावत के बयान पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने शुक्रवार रात को धारा 505 (लोक शांति के भंग होने की आशंका और वर्ग संघर्ष की स्थिति पैदा होने के आसार) के तहत मामला दर्ज कर लिया।'
आरएसएस के सह प्रचार प्रमुख कुंदन चंद्रावत ने बुधवार को जन अधिकार समिति की ओर से उज्जैन में आयोजित धरना-प्रदर्शन में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का सिर कलम करने वाले को एक करोड़ रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था।
चंद्रावत के इस बयान के बाद संघ की खूब किरकिरी हुई, जिसके मद्देनजर संघ ने शुक्रवार को उन्हें तमाम दायित्वों से मुक्त कर दिया था।
और पढ़ें: पूर्वांचल फतह के लिए पीएम मोदी का चक्रव्यूह, दो दिनों तक जमें रहेंगे बनारस में
'
लेकिन माकपा का कहना है कि आरएसएस द्वारा चंद्रावत के खिलाफ उठाया गया कदम काफी नहीं है। बालकृष्णन ने कहा, 'हमने टिप्पणी की गंभीरता को देखते हुए केरल सरकार से आरएसएस प्रचारक के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा है, क्योंकि इस टिप्पणी का हमारे राज्य पर असर पड़ सकता है।'
Source : IANS