भारतीय वायु सेना की हवा में मारक क्षमता बढ़ने जा रही है. फ्रांस से भारत को राफेल (Rafale) विमान की पहली खेप 27 जुलाई को मिल जाएगी. भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमान का सौदा दिया था. यह विमान फ्रांस से अंबाला एयरबेस पहुचेंगे. हवा में भारत की मारक क्षमता को बढ़ाने वाले राफेल लड़ाकू विमान इस साल जुलाई के अंत तक फ्रांस से भारत पहुंचना शुरू हो जाएंगे.
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राफेल विमान पहले मई अंत तक भारत आने वाले थे, लेकिन कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण इसे दो महीने के लिए स्थगित कर दिया गया. ये एयरक्रॉफ्ट पंजाब के अंबाला एयरबेस पर उतरेंगे. जानकारी के मुताबिक तीन ट्विन-सीटर ट्रेनर एयरक्राफ्ट और एक सिंगल-सीटर लड़ाकू विमान सहित छह विमान 27 जुलाई को अंबाला एयरबेस पर पहुंचने लगेंगे. सभी लड़ाकू विमान आरबी सीरिज के होंगे. पहला विमान 17 गोल्डेन एरोज के कमांडिंग ऑफिसर फ्रांस के पायलट के साथ उड़ाएंगे.'
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भारतीय पायलटों ने लिया है प्रशिक्षण
इन विमानों को उड़ाने के लिए भारतीय पायलटों ने प्रशिक्षण भी लिया है. सात भारतीय पायलटों के पहले बैच ने भी एक फ्रांसीसी एयरबेस में अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है. भारत सरकार ने भारतीय वायु सेना की आपातकालीन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 36 राफेल के लिए सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ 60,000 करोड़ रुपये से अधिक के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. राफेल की हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने की क्षमता का चीन और पाकिस्तान दोनों मुकाबला नहीं कर सकते.
Source : News Nation Bureau