Watch proofs of Indian Air Force Air Strike at Balakot Terror camp in Pakistan: पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी कैंपों पर बम गिराकर उसे पूरी तरह बर्बाद कर दिया. लेकिन देश में सरकार और सेना की इस कार्रवाई का जहां एक तरफ लोगों ने स्वागत किया वहीं विपक्षी दल इस पर सवाल उठाते हुए इसका सबूत मांगने लगे. अब हमले के बाद बालाकोट के उस कैंप की पहली सेटेलाइट तस्वीरें सामने आ गई है जो विरोधियों के लिए करारा जवाब है. गौरतलब है कि 26 फरवरी की रात को भारतीय वायुसेना के करीब 12 मिराज 2000 फाइटर जेट ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के आतंकी कैंप पर एयरस्ट्राइक कर उसे पूरी तरह बर्बाद कर दिया. जो तस्वीरें सामने आई हैं उसमें साफ तौर पर नजर आ रहा है कि कैंप के इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है और जहां बस गिराए गए थे वहां गड्ढा भी हो गया है. एयरफोर्स के इस जवाबी कार्रवाई में करीब 250-300 आतंकी मारे गए. लेकिन वायुसेना के इस कार्रवाई को लेकर देश में ही राजनीति शुरू हो गई और विपक्षी दल सरकार से इसका सबूत मांगने लगे.
अब बालाकोट में एयरस्ट्राइक के बाद जो सेटेलाइट तस्वीर सामने आई है उससे विपक्ष के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है. कई विपक्षी दलों के नेता बार-बार सरकार से इस कार्रवाई का सबूत मांग रहे थे और इस पर सवाल उठा रहे थे. आतंकी कैंपों पर हमले की यह एक्सक्लूसिव तस्वीर देश के सामने सबसे पहले आपके अपने चैनल न्यूज नेशन ने रखा है.
बता दें कि आज ही पाकिस्तान के अधिकृत कश्मीर स्थित बालाकोट में भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने एयर स्ट्राइक (Air Strike) से जुड़े सारे दस्तावेज और सबूत केंद्र सरकार को सौंप दिए हैं. इन दस्तावेजों में एयर स्ट्राइक की तस्वीरें भी शामिल हैं. दस्तावेजों के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना के अधिकतर निशाने सही लगे हैं.
भारतीय वायुसेना (India Airforce) ने केंद्र को एयर स्ट्राइक से संबंधित 12 पेज की रिपोर्ट सौंपी है. रिपोर्ट में वायुसेना ने बालाकोट के उस क्षेत्र की हाई रिजोल्यूलेशन तस्वीरें भी साझा की हैं. हालांकि, ये रिपोर्ट सार्वजनिक होगी या नहीं इसका फैसला सरकार ही लेगी. वायुसेना की रिपोर्ट के अनुसार बालाकोट में उनके 80 प्रतिशत निशाने सही लगे हैं. जिन बमों को जहां दागा गया वह वहां मौजूद बिल्डिंगों के सीधे अंदर गए हैं, यही कारण है कि जो भी तबाही हुई है वह अंदर ही हुई है.
रिपोर्ट की मानें तो जिन मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ है उन्होंने सीधे छत को भेदा और अपने टारगेट पर वार किया. हालांकि, पाकिस्तान के बालाकोट में जिस समय ये एयर स्ट्राइक की गई तो वहां मौजूद सभी टारगेट को तबाह कर दिया.
गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद ने आतंकी हमला किया, जिसमें सीआरपीएफ (CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को तबाह कर दिया था. सेना ने एयरस्ट्राइक में मिराज-2000 का इस्तेमाल किया था. पाकिस्तान लगातार दावा कर रहा था कि उनका कोई नुकसान नहीं हुआ है, सिर्फ कुछ पेड़ ही गिरे हैं.
इसके बाद भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने अपने आधिकारिक बयान में कहा था कि उनका मिशन पूरी तरह से सफल रहा है, ऐसे में सबूतों को सामने रखना का फैसला सरकार को ही करना है. वायुसेना के प्रमुख एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा था कि अगर पाकिस्तान का कुछ नुकसान नहीं हुआ है तो उनकी वायुसेना हमारे इलाके में क्यों आई और वहां इस तरह की हलचल क्यों है. एयर स्ट्राइक को लेकर विपक्ष की ओर से लगातार सबूत मांगे जा रहे हैं.
यहां देखिए एयर स्ट्राइक का वीडियो
Source : News Nation Bureau