शनिवार को पीएम मोदी मुंबई में समुद्र में बनने वाले छत्रपति शिवाजी महराज की प्रतिमा की नींव रखेंगे।लेकिन इससे पहले ही शिवाजी की प्रतिमा को लेकर विरोध और विवाद भी शुरू हो गया है।
महाराष्ट्र के मछुआरों समंदर में लगने वाली शिवाजी की प्रतिमा का विरोध कर रहे हैं। मछुआरों ने सरकार से इस फैसले का वापस लेने की भी मांग की थी ।
मछुआरा संघ ने समंदर में लगने वाली प्रतिमा से करीब 1500 मछली पकड़ने वाले बड़े नाव और करीब 450 छोटे नाव के प्रभावित होने की आशंका जताई थी। इन मछली पकड़ने वाली नावों से करीब डेढ़ लाख मछुआरों के जन जीवन के प्रभावित होने की आशंका जताई थी। इसी को लेकर मछुआरा संघ ने पीएम मोदी के कार्यक्रम के विरोध करने की योजना भी बनाई थी।
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हालांकि महाराष्ट्र मच्छीमार कृति समिति के साथ सीएम देंवेंद्र पडणवीस की बैठक के बाद मछुआरों ने पीएम के कार्यक्रम का विरोध नहीं करने का फैसला किया है।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मछुआरों की समस्या को हल करने के लिए मछुआरों और सरकारी अधिकारियों की एक कमेटी का गठन भी किया है।
वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने छत्रपति शिवाजी के नाम पर बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप लगाया है ताकि बीजेपी आने वाले स्थानीय चुनाव में इसका फायदा उठा सके।
महाराष्ट्र में इन दिनों मराठी समुदाय के लोग आरक्षण की मांग को लेकर पूरे राज्य में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
Source : News Nation Bureau