जम्मू-कश्मीर में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से नदियां, नाले और अन्य जल स्रोत उफान पर हैं, जिसके कारण कश्मीर घाटी में शुक्रवार को बाढ़ की स्थिति घोषित कर दी गई है।
ख़राब मौसम को देखते हुए कश्मीर घाटी के सभी स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। साथ ही बाढ़ के हालात के मद्देनजर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा शनिवार को भी स्थगित कर दी है।
प्रशासन के मुताबिक, जम्मू में भगवती नगर यात्री निवास से घाटी की ओर किसी भी वाहन को जाने की मंजूरी नहीं दी गई। अधिकारियों ने बताया, 'बीते दो दिनों में भारी बारिश की वजह से यात्रा पर विराम लगा हुआ है।'
उन्होंने कहा, 'बारिश की वजह से फिसलन भरे मार्गो और खराब मौसम की वजह से किसी भी यात्री को जाने की अनुमति नहीं दी गई।'
अधिकारियों का कहना है कि मौसम में सुधार के साथ स्थिति की समीक्षा की जाएगी। मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस का कहना है कि दोपहर के समय मौसम में सुधार होगा।
प्रशासन का कहना है कि सभी तीर्थयात्री इन दोनों आधार शिविरों में सुरक्षित हैं।
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण के मुख्य अभियंता एम एम शाहनवाज ने एक बयान में कहा, 'झेलम नदी अनंतनाग जिले के संगम में शुक्रवार शाम छह बजे 21 फुट के बाढ़ घोषणा स्तर को पार कर गई।'
उन्होंने कहा, 'दक्षिण कश्मीर की तराई में रह रहे लोग, विशेषरूप से झेलम और अन्य नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।'
इस दौरान शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई। किसी तीर्थयात्री को या तो उत्तर कश्मीर में बालटाल शिविर या दक्षिण कश्मीर के पहलगाम आधार शिविर से आगे नहीं जाने के लिए कहा गया है।
प्रशासन ने कहा कि सभी यात्रियों को सुरक्षित दो आधार शिविरों में भेज दिया गया है।
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Source : News Nation Bureau