बीते कई दिनों से हो रही बारिश से असम में नदियां उफनाई हुई हैं, तो लोगों का जीवन पटरी से उतर गया है. स्थिति यह है कि डिब्रूगढ़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 171 बटालियन के कैंप में पानी भर गया, जिसके चलते जवानों की बैरकों में पानी पहुंचा गया. इसके बाद जवानों को कैंप खाली कर बाहर जाना पड़ा है. असम के 35 जिलों में से 30 में 29.70 लाख से अधिक लोग अभी भी बाढ़ के कारण फंसे हुए हैं, जिसमें भूस्खलन के साथ-साथ अब तक 174 लोगों की मौत हो चुकी है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अधिकारियों ने कहा कि अप्रैल से अब तक 156 लोगों ने प्री-मानसून और मानसून बाढ़ में अपनी जान गंवा दी, जबकि असम के विभिन्न जिलों में भूस्खलन में 18 अन्य लोगों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि 26 जिलों के 1,934 गांवों में 50,714 हेक्टेयर से अधिक फसल क्षेत्र अभी भी जलमग्न है, जबकि राज्य में लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बिगड़ती जा रही है. 2.77 लाख से अधिक पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने 404 राहत शिविरों में शरण ली है और जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं.
एएसडीएमए के एक अधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करने के बाद, दो अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीमों (आईएमसीटी) ने शनिवार को मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ और असम सरकार के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए.
HIGHLIGHTS
- असम में मूसलाधार बारिश से नदियां उफनाईं
- फसलें डूबी, खेती बाड़ी और पशुओं को नुकसान
- डिब्रूगढ़ में सीआरपीएफ कैंप में बाढ़ का पानी