नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 (Citizenship Amendment Bill 2019) लोकसभा (Lok Sabha) से पारित हो गया है और अब राज्य सभा (Rajya Sabha) में इसे पेश होना है. राज्यसभा में इस बिल को लेकर मोदी सरकार (Modi Sarkar) की अग्निपरीक्षा होगी. राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है और बिल को पास कराने के लिए उसे कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है. 2016 में भी यह बिल लोकसभा से पास हो गया था, लेकिन राज्यसभा में जाकर अटक गया था. इस बार शायद वह स्थिति न आए, क्योंकि सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार ने राज्यसभा में भी इस बिल को पारित कराने का जुगाड़ कर लिया है. खुद बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanyam Swami) ने न्यूज नेशन से खास बातचीत में कहा, नागरिकता संशोधन विधेयक राज्यसभा में आसानी से पास हो जाएगा और इसके लिए हमने फ्लोर मैनेजमेंट (Floor Management) का काम कर लिया है.
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सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, मैंने खुद कई सांसदों से बात की है. जिस तरह से हमने धारा 370 पर दो तिहाई बहुमत से बिल पास करवा दिया था, वैसे ही हमें उम्मीद है कि नागरिकता संशोधन बिल भी राज्यसभा से आसानी से पास हो जाएगा. बहुत से दल या तो समर्थन करेंगे या फिर वाकआउट कर जाएंगे.
उन्होंने कहा, सेकुलर शब्द को तो इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान प्रस्तावना में जोड़ा था. भारत सदा से हिंदू राष्ट्र ही रहा है. हमारे संविधान में गौ हत्या के खिलाफ कानून बनाने की बात है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि हम बाकी धर्मों का निरादर करें या उन्हें कोई परेशानी दें. जब स्वामी से पूछा गया कि नागरिकता संशोधन बिल पर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई है तो स्वामी ने कहा, कुत्ते भोंकते हैं भौंकने दीजिए, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा, अमेरिका के संघीय आयोग की आपत्तियों पर भी हमें गौर नहीं करना चाहिए.
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सर्वोच्च न्यायालय में अनुच्छेद 370 को हटाने और जम्मू कश्मीर के स्टेटस पर संवैधानिक पीठ की सुनवाई आज से शुरू हो रही है. इस पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, इस सरकार का पक्ष मजबूत है और हम आसानी से जीत जाएंगे.
Source : राहुल डबास