भारतीय सेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी के बाद भावना कांत ने अकेले मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ाकर इतिहास रच दिया है। भावना कांत ने कामयाबी की दास्तां लिख पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
भावना कांत ने कल दोपहर दो बजे अंबाला वायुसेना स्टेशन से मिग 21 बाइसन लड़ाकू विमान की उड़ान भरी है। अवनी चतुर्वेदी के बाद भावना दूसरी महिला फ्लाइंग अफसर है जिन्होंने अकेले लड़ाकू विमान उड़ाया है।
भावना कांत का जन्म बिहार के बेगुसराय में हुआ था। उनके पिता आईओसीएल में एक इंजीनियर हैं और मां गृहिणी है। उन्होंने बारानी रिफाइनरी डीएवी पब्लिक स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की और बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बेंगलुरु से बीई (मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स) पूरा किया।
भावना कांत, अवनी चतुर्वेदी, और मोहन सिंह ने दिसंबर 2016 में भारतीय वायु सेना के प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र, हैदराबाद के निकट डन्डिगुल में वायु सेना अकादमी से स्नातक किया था।
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2016 में पहली बार तीन महिलाओं अवनि चतुर्वेदी, मोहना सिंह और भावना को वायु सेना में कड़ा प्रशिक्षण दिया गया था। मिग-21 'बाइसन' की दुनिया में सबसे ज्यादा लैंडिंग और ले-ऑफ की गति है।
अवनी और भावना के बाद मोहना सिंह भी लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए तैयार है। मोहना ने भी लड़ाकू विमान उड़ने के लिए प्रशिक्षण पूरा किया है। तीनों महिलाओं को जनवरी में प्रशिक्षण दिया गया था।
अवनी, मोहना सिंह और भावना कांत को पहली बार लड़ाकू पायलट घोषित किया गया था। इन तीनों को जून, 2016 में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू स्क्वाड्रन में शामिल किया गया। उन्हें औपचारिक रूप से तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा कमीशन में शामिल किया गया था।
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Source : News Nation Bureau