रुपया के रिकार्ड स्तर पर नीचे गिरने के एक दिन बार केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार (15 अगस्त) को कहा कि विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में किसी भी प्रकार की अस्थिरता से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है।
भू-राजनैतिक दबावों के साथ विदेशी मुद्रा के देश से बाहर जाने और कच्चे तेल की उच्च कीमतों के कारण रुपया मंगलवार को ऐतिहासिक निचले स्तर एक डॉलर के मुकाबले 70.08 रुपये तक पहुंच गया।
हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा बाजार में दखल देने से रुपये में गिरावट कुछ थमती दिखी।
और पढ़ें : स्वतंत्रता दिवस समारोह में बोले CJI, संस्थाओं को तोड़ना आसान लेकिन चलाना मुश्किल
मंगलवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार बंद होने तक रुपया मजबूत होकर 69.90 रुपये प्रति डॉलर की दर पर बंद हुआ, जबकि सोमवार को यह 69.94 रुपया प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
जेटली ने ट्वीट किया, 'विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में किसी भी प्रकार की अस्थिरता से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है।'
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के शोध विश्लेषक रुषभ मारू ने कहा, 'उभरते और विकसित बाजारों की मुद्राएं भी गिर रही हैं, इसलिए RBI बाजार में आक्रामकता से हस्तक्षेप नहीं कर रही है।'
इसे भी पढ़ें : स्वतंत्रता दिवस पर लें वित्तीय आजादी का संकल्प, 5000 रुपए महीने का निवेश बना देगा करोड़पति
Source : IANS