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विदेश मंत्री जयशंकर को याद आईं 4 दशक पुरानी टीस, बोले- इंदिरा गांधी ने मेरे पिता को हटाया

विदेश मंत्री जयशंकर ने कांग्रेस पर आरोपों की बौछार कर दीं. जयशंकर ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने उनके पिता को कैबिनेट सेक्रेटरी पद से हटाकर जूनियर अधिकारी को पद पर बैठा दिया था.

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Prashant Jha
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S Jaishankar, Foreign Minister India( Photo Credit : File)

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विदेश मंत्री जयशंकर ने कांग्रेस पर आरोपों की बौछार कर दीं. जयशंकर ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने उनके पिता को कैबिनेट सेक्रेटरी पद से हटाकर जूनियर अधिकारी को पद पर बैठा दिया था. उनके पिता के साथ कांग्रेस के कार्यकाल में नाइंसाफी हुई. उस वक्त उनके पिता चूप रहे, लेकिन आज उन्हें बोलने का मौका है तो वह बोलेंगे. विदेश मंत्री जयशंकर ने ये बात दिए इंटरव्यू में कहीं.  विदेश मंत्री जयशंकर मंगलवार को एक एएनआई को दिए इंटरव्यू के दौरान चीन समेत कई मसलों पर बेबाकी से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि उनके पिता डॉ. के सुब्रमण्यम कैबिनेट सेक्रेटरी थे, लेकिन 1980 में इंदिरा गांधी के दोबारा सत्ता में आने पर उन्हें पद से हटा दिया गया.

पिता ने ये बात किसी से नहीं कही- जयशंकर

 उन्होंने कहा कि मेरे पिता हमेशा से बेहतरीन विदेश सचिव अधिकारी बनना चाहता था.  1979 में जनता सरकार में सबसे युवा सेक्रेटरी बने थे. पिता कुशल और अच्छे नौकरशाह थे, लेकिन श्रीमती इंदिरा गांधी ने पद से हटा दिया. क्योंकि वह नियम और सिद्धांतों को पालन करने वाले अधिकारी थे. वह किसी चीजों से समझौता नहीं किए. पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उन्हें उस पद से हटा दिया. उनके बाद राजीव गांधी के कार्यकाल में मेरे पिता से जूनियर अधिकारी को कैबिनेट सेक्रेटरी नियुक्त कर दिया गया. यह बात उन्हें बुरी लगती रही, लेकिन उन्होंने शायद ही इस बारे किसी को बताया हो. पिता तब खुश हुए जब मेरे बड़े भाई सेक्रेटरी बने. बता दें कि 2011 में जयशंकर के पिता का निधन हो गया. एस जयशंकर ब्यूरोक्रेट्स परिवार से आते हैं. उनके पिता, बड़े भाई भी ब्यूरेक्रेट हुए. 

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आतंकवाद के मुद्दे पर कई बार बोल चुके हैं विदेश मंत्री जयशंकर 

जनवरी 2015 में वह मोदी सरकार में विदेश सचिव बने और 2018 तक इस पद पर रहे. जयशंकर की कूटनीति कौशलता को देखते हुए मोदी सरकार ने 2019 में विदेश मंत्री बनाया. एस जयशंकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का मान बढ़ाया है. जयशंकर अंतकवाद और भारतीय सीमाओं पर होने वाली गतिविधियों को लेकर कई बार खुलकर बात रख चुके हैं. सीमा पार होने वाले आतंकवाद के मुद्दे पर भी जयशंकर बेबाकी से अपनी बात रख चुके हैं. 

चीन के नाम से डरने वाले सवाल पर जयशंकर का पलटवार

चीन के नाम से डरने वाले सवाल पर जयशंकर ने कहा कि मैं चीन का नाम लेने से कभी नहीं डरता. आज भी China का नाम ले रहा हूं. अगर मैं या मेरी सरकार डरती तो LAC पर जवानों को भेजा नहीं जाता. गलवान घाटी में भारतीय सेनाओं ने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया. यह मोदी सरकार ने किया ना कि कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ.चीनी सीमा पर सबसे ज्यादा भारतीय जवानों की तैनाती की गई है. भारतीय इतिहास में आज तक इतनी बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती नहीं की गई.

राहुल गांधी पर बरसे जयशंकर

विदेश मंत्री जयशंकर ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें सी शब्दों से शुरू होने वाले वाक्य को समझने में दिक्कत होती है. ऐसा नहीं है.  मुझे लगता है कि वे जानबूझकर स्थिति को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं. दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर चीन को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. राहुल कई बार आरोप लगा चुके हैं कि सरकार चीन का नाम लेने से डरती है. जयशंकर ने कहा कि मैं लंबे समय तक चीन का राजदूत रहा और सीमा विवाद मामलों को करीब से देखता रहा और समाधान करता रहा हूं. मैं यह नहीं कह सकता कि चीन के बारे में मैं सबकुछ जानता हूं. हां लेकिन बहुत कुछ जानता हूं. अगर उनके (राहुल गांधी) पास चीन को लेकर ज्यादा जानकारी और ज्ञान है तो मैं उनसे भी सीखना चाहता हूं.

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