विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया चीन की ओर से बुलाई सुरक्षा परिषद की बैठक का बहिष्कार, जानें क्यों

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन द्वारा बुलाई गई मंत्री स्तरीय उच्च स्तरीय सुरक्षा परिषद की बैठक का बहिष्कार किया है. चीन इस महीने इस निकाय का अध्यक्ष है.

author-image
Dalchand Kumar
New Update
S Jaishankar

जयशंकर ने किया चीन की ओर से बुलाई सुरक्षा परिषद की बैठक का बहिष्कार( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन द्वारा बुलाई गई मंत्री स्तरीय उच्च स्तरीय सुरक्षा परिषद की बैठक का बहिष्कार किया है. चीन इस महीने इस निकाय का अध्यक्ष है. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को बहुपक्षवाद पर उच्च स्तरीय बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसकी अध्यक्षता चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने की थी. भारत और चीन के बीच तनाव के कारण, जयशंकर ने बैठक में भाग नहीं लिया. वहीं सुरक्षा परिषद के अन्य 14 सदस्यों ने मंत्री स्तर के अधिकारियों को वर्चुअल बैठक में भेजा.

यह भी पढ़ें : जिंदगी बचाने में लगी ऑक्सीजन एक्सप्रेस, रेलवे ने अब तक 2511 मीट्रिक टन ऑक्सीजन राज्यों को पहुंचाई

बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस प्रधानमंत्री राल्फ गोन्साल्वेस ने भाग लिया. सात अन्य देशों ने अपने विदेश मंत्रियों को बैठक में भेजा, जिनका औपचारिक शीर्षक 'इंटरनेशनल पीस एंड सिक्योरिटी: अपहोल्डिंग मल्टीलेटरलिज्म एंड यूएन-सेंटर्ड इंटरनेशनल सिस्टम' था. ब्रिटेन के राज्य मंत्री तारिक अहमद और फ्रांस के जीन-बैप्टिस्ट लेमोने और केन्या के कैबिनेट सचिव विदेश मामलों के मंत्री रेचेल ओमामो द्वारा उप-कैबिनेट मंत्री स्तर पर प्रतिनिधित्व किया गया, जो वास्तव में विदेश मंत्री के रूप में कार्य करते हैं.

वह देश जो महीने के लिए परिषद की अध्यक्षता करता है, वह विशेष रूचि के विषयों पर उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करता है, उसे सिग्नेचर इवेंट कहा जाता है. चीन फिलहाला इसकी अध्यक्षता कर रहा है. अफ्रीका और कोविड-19 पर शांतिरक्षकों की सुरक्षा में सुधार पर चीन दो और हस्ताक्षर बैठकों की योजना बना रहा है. पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने फरवरी में ब्रिटेन द्वारा बुलाए गए जलवायु परिवर्तन पर उच्च स्तरीय बैठक में भाग लिया था और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से बातचीत की थी.

यह भी पढ़ें : INS विक्रमादित्य में लगी आग, दिए गए जांच के आदेश 

चीन, फ्रांस और रूस सहित कुछ देशों ने मंत्री-स्तरीय प्रतिनिधि नहीं भेजे और केवल उनके स्थायी प्रतिनिधियों ने भाग लिया. उस दौरान भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने बैठक में भाग लिया. अगस्त में परिषद की अध्यक्षता करने पर भारत को अपने हस्ताक्षर कार्यक्रम आयोजित करने का मौका मिलेगा.

श्रृंगला ने शुक्रवार को परिषद में अपने भाषण में कहा कि भारत ने 150 से ज्यादा देशों को कोविड -19 टीके, फार्मास्यूटिकल्स और चिकित्सा उपकरण प्रदान किए. उन्होंने कहा, 'दोस्ती और एकजुटता की इसी भावना में हम उन लोगों की गहरी प्रशंसा करते हैं जो हमें कुछ महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को प्रदान करने के लिए आगे आए हैं. वर्तमान में कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर से सामना करने में हमारी मदद कर रहे हैं.'

HIGHLIGHTS

  • चीन ने बुलाई सुरक्षा परिषद की बैठक
  • भारत के विदेश मंत्री ने किया बहिष्कार
  • इस महीने इस निकाय का अध्यक्ष है चीन
S Jaishankar Foreign Minister S Jaishankar विदेश मंत्री एस जयशंकर India China Clash Security Council meeting सुरक्षा परिषद बैठक
Advertisment
Advertisment
Advertisment