Sushma Swaraj Death: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का निधन हो गया है. पिछले कुछ महीनों से सुषमा स्वराज बीमार चल रही थीं. सुषमा स्वराज ने 67 साल की उम्र में दिल्ली स्थित एम्स (AIIMS) में आखिरी सांस लीं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में सुषमा स्वराज को विदेश मंत्री बनाया गया था. विदेश मंत्री रहती हुईं सुषमा ने देश के साथ विदेशों में खूब सुर्खियां बटोरी थीं.
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सुषमा स्वराज ने पीएम मोदी की विदेश नीति को लागू कराने में अहम भूमिका निभाई है. संयुक्त राष्ट्र में उनके भाषण की काफी तारीफ हुई थी, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को जमकर खरी-खरी सुनाई थी. सुषमा स्वराज 7 बार सांसद और तीन बार विधायक रहीं. विदेश मंत्री रहती हुईं सुषमा स्वराज ने कई बड़े फैसले लिए थे. साथ ही अगर विदेश में किसी भारतीय को कोई परेशानी होती थी तो वह खुलकर मदद करती थीं.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस्लामिक सहयोग संगठन यानी ओआईसी में सम्मानित अतिथि की हैसियत से भाग लिया था, लेकिन पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सुषमा की उपस्थिति की वजह से इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया था. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान नाम लिए बगैर उस पर निशाना साधा था.
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29 सितंबर 2018 को संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने जो भाषण दिया था उसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था. सुषमा स्वराज ने अपने भाषण की शुरुआत शानदार तरीके से करते हुए पूरी दुनिया को एक परिवार यानि की वसुधैव कुटुंबकम बताया. उन्होंने कहा था कि वसुधैव कुटुंबकम् की बुनियाद है परिवार और परिवार प्यार से चलता है , व्यापार से नहीं, परिवार मोह से चलता है, लोभ से नहीं, परिवार संवेदना से चलता है, ईर्ष्या से नहीं, परिवार सुलह से चलता है, कलह से नहीं और इसीलिए हमें संयुक्त राष्ट्र को परिवार के सिद्धांत पर चलाना होगा.
इससे पहले साल 2015 में भी सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की 70वीं महासभा के अधिवेशन को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को जमकर लताड़ा था. इस अधिवेशन में सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने खुलेआम पाकिस्तान को आतंकवाद की फैक्ट्री कहकर संबोधित किया था.
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20 मार्च 2018 में सुषमा स्वराज ने इराक में फंसे 39 भारतीयों के बारे में बताया था कि पंजाब, हिमाचल प्रदेश, बिहार तथा पश्चिम बंगाल के रहने वाले भारतीयों के शव इराक में मोसुल शहर के उत्तर पश्चिम में स्थित बदूश गांव से मिले हैं. बदूश में एक सामूहिक कब्र से खोद कर निकाले गए इन शवों की डीएनए जांच की गई जिसके बाद इन भारतीयों की पहचान हो सकी. इसके बाद सुषमा स्वराज और विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने मिलकर एक विशेष विमान से इन शवों को भारत लाया था.
लोकसभा चुनाव 2019 में सुषमा स्वराज ने चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया था. इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्थित अपना आधिकारिक बंगला छोड़ दिया था. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'मैंने नई दिल्ली के सफदरजंग लेन में स्थित आधिकारिक निवास छोड़ दिया है. कृपया इसे नोट कर लें कि अब मैं पूर्व पते और फोन नंबरों पर उपलब्ध नहीं रहूंगी.'
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो